भारतीय क्रिकेट की नई सनसनी, युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी, ने साल 2025 के समापन से ठीक पहले एक और धमाकेदार पारी खेलकर क्रिकेट जगत का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। अपनी शानदार फॉर्म को जारी रखते हुए, उन्होंने अंडर-19 एशिया कप की शुरुआत संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के खिलाफ एक विस्फोटक शतक लगाकर की। यह मुकाबला शुक्रवार (12 दिसंबर) को दुबई के आईसीसी क्रिकेट अकादमी में भारत के पहले मैच के तौर पर खेला गया।
14 वर्षीय वैभव ने सिर्फ 56 गेंदों में अपना शतक पूरा किया और इस शानदार उपलब्धि के बाद हाथ जोड़कर जश्न मनाते नजर आए। उन्होंने जिस तरह की आक्रामक बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया, वह किसी भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के मैच के लिए एक असाधारण शुरुआत थी।
यूएई के खिलाफ तूफानी पारी का विवरण
अंडर-19 एशिया कप के इस उद्घाटन मैच में, वैभव सूर्यवंशी ने यूएई के खिलाफ 95 गेंदों का सामना किया और 180 के स्ट्राइक रेट से खेलते हुए 171 रनों की तूफानी पारी खेली। उनकी पारी में 9 शानदार चौके और 14 गगनचुंबी छक्के शामिल थे।
यह पारी इतनी विध्वंसक थी कि इसने कई रिकॉर्ड्स तोड़ने की क्षमता रखी थी।
रिकॉर्ड बुक में क्यों नहीं मिली जगह?
वैभव सूर्यवंशी की यह पारी भले ही मैदान पर रिकॉर्ड तोड़ थी, लेकिन हैरानी की बात यह है कि इसे आईसीसी के आधिकारिक रिकॉर्ड में नहीं जोड़ा गया। यह पारी उनके भारतीय अंडर-19 टीम के लिए यूथ वनडे (Youth ODI) में बनाए गए शानदार आंकड़ों में शामिल नहीं होगी।
अगर यह मैच आधिकारिक यूथ वनडे का दर्जा प्राप्त करता, तो वैभव की यह पारी:
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यूथ वनडे क्रिकेट में तीसरा सबसे तेज शतक होती।
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किसी भारतीय द्वारा दूसरा सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर होता।
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उनके लगाए गए 14 छक्के एक विश्व रिकॉर्ड बन सकते थे।
लेकिन, इस पारी को रिकॉर्ड बुक में दर्ज नहीं किया जाएगा।
आधिकारिक यूथ वनडे का नियम
इसके पीछे का कारण आईसीसी का नियम है: इस मैच को आधिकारिक यूथ वनडे का दर्जा नहीं मिला है क्योंकि यूएई एक एसोसिएट टीम है।
अंडर-19 एशिया कप में, आधिकारिक यूथ वनडे का दर्जा केवल उन्हीं मैचों को प्रदान किया जाता है, जो दो टेस्ट खेलने वाले देशों (Full Member Nations) की अंडर-19 टीमों के बीच खेले जाते हैं।
उदाहरण के लिए, भारत और पाकिस्तान के बीच रविवार (14 दिसंबर) को होने वाले मुकाबले को आधिकारिक यूथ वनडे का दर्जा मिलेगा, और उसमें बनाए गए सभी रिकॉर्ड्स दर्ज किए जाएंगे।
वैभव की शानदार 171 रन की पारी भले ही औपचारिक रिकॉर्ड बुक से बाहर रही हो, लेकिन उनकी प्रतिभा और आक्रामक खेल शैली ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए एक उज्ज्वल सितारा हैं। उनकी अगली पारी पर, खासकर भारत-पाकिस्तान के मुकाबले में, सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।