प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज में संपन्न हुए कुंभ मेले के दौरान महिलाओं और युवतियों के स्नान के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। उज्जैन के दादूराम आश्रम के महामंडलेश्वर ज्ञानदास महाराज ने इस घटना पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने इसे निंदनीय करार देते हुए कहा कि इस तरह की हरकतें धार्मिक आयोजनों की पवित्रता को ठेस पहुंचाती हैं। उन्होंने सरकार से अपील की है कि फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट्स पर कड़ी निगरानी रखी जाए और ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जाए।
महामंडलेश्वर ज्ञानदास महाराज ने विशेष रूप से 2028 में उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ कुंभ को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने मांग की है कि उस दौरान सोशल मीडिया के उपयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जाए, ताकि धार्मिक आयोजनों की गरिमा बनी रहे। उनका कहना है कि कुछ असामाजिक तत्व इन आयोजनों के दौरान भ्रामक और अशोभनीय सामग्री फैलाकर माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं। इसलिए, सरकार को अभी से सख्त कदम उठाने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
उन्होंने इस प्रकार की घटनाओं को आस्था का अपमान बताया और कहा कि सनातनी परंपराओं की गरिमा बनाए रखने के लिए सरकार को कड़े फैसले लेने होंगे। प्रयागराज कुंभ के दौरान वायरल हुए वीडियो ने संत समाज में गहरी नाराजगी पैदा कर दी है। महामंडलेश्वर ने कहा कि प्रशासन को चाहिए कि वह ऐसे सोशल मीडिया अकाउंट्स की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करे।
प्रयागराज में वायरल वीडियो के बाद अब साधु-संतों ने आगामी सिंहस्थ कुंभ 2028 को लेकर सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की है। उनका कहना है कि प्रशासन को पहले से सतर्क रहकर धर्मविरोधी तत्वों पर लगाम लगानी होगी। संत समाज चाहता है कि भविष्य में किसी भी धार्मिक आयोजन के दौरान इस तरह की घटनाएं न हों और सरकार दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे। अब देखना होगा कि सिंहस्थ 2028 के दौरान सोशल मीडिया प्रतिबंध की मांग पर सरकार क्या निर्णय लेती है।