10 नवंबर को लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए कार विस्फोट को लेकर अब वैश्विक स्तर पर प्रतिक्रियाएँ आनी शुरू हो गई हैं। भारत सरकार द्वारा इस घटना को आतंकी हमला घोषित किए जाने के बाद, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी इस विस्फोट को साफ तौर पर आतंकवादी हमला बताया है। इसके साथ ही, उन्होंने घटना की जाँच के लिए भारतीय एजेंसियों के पेशेवर रवैये की खुलकर सराहना की है।
"साफ तौर से एक आतंकवादी हमला"
कनाडा के नियाग्रा में आयोजित G7 विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान, मार्को रुबियो ने अपने भारतीय समकक्ष विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की और हमले में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की। रुबियो ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "भारतीयों की सराहना की जानी चाहिए। वे इस जांच को बहुत सोच-समझकर, सावधानी से और पेशेवर तरीके से अंजाम दे रहे हैं। यह जांच जारी है। यह साफ तौर से एक आतंकवादी हमला था। यह अत्यधिक विस्फोटक पदार्थों से भरी एक कार थी जिसमें विस्फोट हुआ और कई लोग मारे गए।" अमेरिकी विदेश मंत्री ने भारत के जांच कौशल में पूर्ण विश्वास जताया और कहा, "मुझे लगता है कि वे जांच बहुत अच्छी तरह से कर रहे हैं और मुझे लगता है कि जब उनके पास तथ्य होंगे, तो वे उन्हें जारी करेंगे।"
अमेरिका ने मदद की पेशकश की, पर भारत सक्षम
रुबियो ने खुलासा किया कि उन्होंने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से विस्फोट के संबंध में बात की और अमेरिका ने जाँच में मदद की पेशकश भी की है, लेकिन भारत इस मामले को खुद से संभालने में पूरी तरह से सक्षम है। उन्होंने कहा, "हमें जांच के परिणाम का इंतजार है। हमने मदद की पेशकश की है, लेकिन मुझे लगता है कि वे इन जांचों में बहुत सक्षम हैं। उन्हें हमारी मदद की जरूरत नहीं है और वे अच्छा काम कर रहे हैं।" यह बयान आतंकवाद से निपटने और जटिल जाँच प्रक्रियाओं को संभालने में भारत की बढ़ती क्षमताओं को दर्शाता है।
सफेदपोश आतंकी नेटवर्क का कनेक्शन
प्रारंभिक जाँच में इस आतंकी घटना के तार एक सफेदपोश आतंकी नेटवर्क से जुड़े मिले हैं। भारतीय जाँच एजेंसियों को इस आतंकी घटना का कनेक्शन पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों जैसे जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अंसार ग़ज़वत-उल-हिंद (AGH) से जुड़े होने के संकेत मिले हैं। फिदायीन डॉ. उमर मोहम्मद का एक प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज से जुड़ा होना इस नेटवर्क की खतरनाक प्रकृति को उजागर करता है। G7 बैठक में दोनों विदेश मंत्रियों की मुलाकात के दौरान द्विपक्षीय संबंधों के साथ-साथ वैश्विक घटनाक्रमों पर भी चर्चा हुई। हालाँकि, दिल्ली ब्लास्ट की घटना पर रुबियो का बयान भारत के आतंकवाद विरोधी प्रयासों को अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्रदान करता है।