वाशिंगटन डीसी: अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी में व्हाइट हाउस के बाहर हुए एक आतंकवादी हमले में घायल 20 वर्षीय नेशनल गार्ड विशेषज्ञ सारा बेकस्ट्रोम की उपचार के दौरान मौत हो गई है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्वयं वेस्ट वर्जीनिया के समर्सविले की सारा बेकस्ट्रोम की मृत्यु की पुष्टि की, जिन्हें बुधवार, 26 नवंबर को गोली लगी थी। इस हमले में घायल हुए 24 वर्षीय दूसरे नेशनल गार्ड, एंड्रयू वोल्फ, अभी भी जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं।
राष्ट्रपति ट्रंप ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि बुधवार को एक संदिग्ध युवक ने व्हाइट हाउस के पास फारागुट स्क्वायर के पास फायरिंग की। हमलावर ने वेस्ट वर्जीनिया के इन दोनों सुरक्षा गार्डों को नजदीक से गोली मारी थी। हमलावर को मौके पर ही गोली मारकर गिरफ्तार कर लिया गया था, जिसकी पहचान 29 वर्षीय रहमानुल्लाह लकनवाल के रूप में हुई है।
हमलावर का अफगानिस्तान कनेक्शन
राष्ट्रपति ट्रंप ने खुलासा किया कि हमलावर रहमानुल्लाह लकनवाल अफगानिस्तान का निवासी है और वह साल 2021 में अमेरिका आया था। चौंकाने वाली बात यह है कि लकनवाल अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के साथ काम कर चुका था। सारा बेकस्ट्रोम और एंड्रयू वोल्फ की बहादुरी की प्रशंसा करते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने बताया कि दोनों अमेरिकी सेना के स्पेशल ऑफिसर थे। दोनों की सर्जरी करके गोलियां निकाली गईं, लेकिन ज्यादा खून बहने के कारण सारा बेकस्ट्रोम की मौत हो गई।
FBI ने माना 'आतंकी हमला', धार्मिक नारों का जिक्र
हालांकि एफबीआई ने इस गोलीबारी को आतंकी हमला माना है, लेकिन अभी तक हमलावर का किसी भी अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन से कोई सीधा संबंध नहीं मिला है। राष्ट्रपति ट्रंप ने बताया कि हमलावर ने फायरिंग के दौरान इस्लामिक नारे लगाए थे। राष्ट्रपति ने इस घटना को 'ईविल एक्ट ऑफ टेरर' (आतंक का एक शैतानी कृत्य) करार दिया और कहा कि इस घिनौने कृत्य के लिए हमलावर को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।
हमले के बाद, सुरक्षा के मद्देनज़र व्हाइट हाउस को कुछ घंटों के लिए बंद कर दिया गया था और पूरे शहर में गहन सर्च ऑपरेशन चलाया गया। एफबीआई और अन्य सुरक्षा एजेंसियां मामले की हर पहलू से जांच कर रही हैं। यूएस अटॉर्नी जीनिन पिरो की शिकायत पर आरोपी रहमानुल्लाह लकनवाल के खिलाफ काउंट्स ऑफ असॉल्ट विद इंटेंट टू किल (जान से मारने के इरादे से हमला) के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
ग्रीन कार्ड और वीजा धारकों की जांच के आदेश
इस हमले की पृष्ठभूमि में, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक महत्वपूर्ण आदेश दिया है। उन्होंने 19 देशों के नागरिकों को जारी किए गए ग्रीन कार्ड और अमेरिका में शरण लिए हुए शरणार्थियों की गहन जांच करने का आदेश दिया है। वाशिंगटन डीसी की मेयर मुरियल बोसर ने इस हमले को 'ब्रेजन टारगेटेड अटैक' (दुस्साहसी लक्षित हमला) करार दिया और घायल नेशनल गार्ड एंड्रयू वोल्फ की सलामती के लिए प्रार्थना की है। इस त्रासदी ने अमेरिकी राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर नई चिंताओं को जन्म दिया है।