भारत सरकार ने एक बड़े बचाव अभियान के तहत, म्यांमार के कुख्यात म्यावाडी (Myawaddy) स्थित स्कैम सेंटर्स से रिहा किए गए 125 भारतीय नागरिकों को बुधवार को सफलतापूर्वक थाईलैंड से वापस ला दिया। इन नागरिकों को भारतीय वायु सेना (IAF) के एक विशेष विमान के जरिए थाईलैंड के माई सोट (Mae Sot) से स्वदेश वापस लाया गया।
इस नवीनतम खेप के साथ, इस साल मार्च से लेकर पिछले 9 महीनों में, म्यांमार के इन स्कैम सेंटर्स से रिहा किए गए कुल 1,500 भारतीय नागरिकों को थाईलैंड के रास्ते वापस लाया जा चुका है। ये सभी लोग नौकरी के झांसे में आकर रिक्रूटिंग एजेंट्स के जाल में फंस गए थे, जिसके बाद उन्हें बंधक बनाकर जबरन साइबर धोखाधड़ी जैसे कामों में धकेल दिया गया था।
दूतावास और थाई सरकार का संयुक्त प्रयास
बैंकॉक स्थित भारतीय दूतावास ने इस पूरे अभियान की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पहले ट्विटर) पर साझा की।
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विशेष उड़ान: दूतावास ने बताया कि म्यांमार के म्यावाडी में स्कैम सेंटर से रिहा हुए 125 भारतीय नागरिकों को इंडियन एयर फ़ोर्स (IAF) की एक स्पेशल फ्लाइट के जरिए वापस लाया गया।
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बचाव अभियान: दूतावास ने पोस्ट में कहा कि यह सफलता भारत सरकार की साउथ-ईस्ट एशिया में फंसे भारतीयों को वापस लाने की कोशिशों का हिस्सा है। थाईलैंड में भारतीय दूतावास और चियांग माई में भारतीय कॉन्सुलेट ने रॉयल थाई सरकार और थाईलैंड के टाक प्रोविंस (Tak Province) की एजेंसियों के साथ मिलकर काम किया, जिससे इन नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित हो सकी।
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पिछला ऑपरेशन: इससे पहले, भारत 6 नवंबर को भी अपने 270 नागरिकों को 2 मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट के जरिए थाईलैंड से लेकर वापस आया था। ये लोग म्यांमार के एक बदनाम स्कैम सेंटर (केके पार्क के साइबरक्राइम हब) पर रेड पड़ने के बाद भागकर थाईलैंड के माई सोट चले गए थे। पिछले महीने के आखिर में हुई इस कार्रवाई के बाद 28 देशों के 1,500 लोग थाईलैंड आए थे, जिनमें लगभग 500 भारतीय नागरिक शामिल थे।
नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण चेतावनी
इस बचाव अभियान की सफलता के साथ ही, भारतीय दूतावास ने नागरिकों को भविष्य में ऐसे धोखे से बचने के लिए एक कड़ी चेतावनी जारी की है:
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क्रेडेंशियल्स वेरिफाई करें: भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे विदेश में नौकरी का ऑफर स्वीकार करने से पहले विदेशी एम्प्लॉयर्स के क्रेडेंशियल्स को वेरिफाई जरूर करें।
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एजेंट्स का रिकॉर्ड चेक करें: रिक्रूटिंग एजेंट्स और कंपनियों के पिछले रिकॉर्ड्स की जाँच करना आवश्यक है।
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वीजा-फ्री एंट्री का दुरुपयोग न करें: दूतावास ने स्पष्ट किया है कि भारतीय पासपोर्ट होल्डर्स के लिए थाईलैंड में वीजा-फ्री एंट्री केवल टूरिज्म और छोटे बिजनेस के लिए है, और इसका इस्तेमाल थाईलैंड में किसी भी तरह की नौकरी करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
यह सफल वतन वापसी ऐसे अंतरराष्ट्रीय साइबर स्कैम रैकेट में फंसे हजारों लोगों के लिए एक बड़ी राहत है।