हाल ही में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और उनकी पत्नी उषा वेंस सुर्खियों में बने हुए थे, जब जेडी वेंस ने कथित तौर पर अपनी पत्नी के ईसाई धर्म अपनाने की इच्छा जताई थी। हालांकि, बाद में उन्होंने अपने बयान पर सफाई दी थी। लेकिन, अब उषा वेंस की एक हालिया सार्वजनिक उपस्थिति ने एक बार फिर उनके रिश्ते को लेकर हलचल मचा दी है।
अमेरिका की सेकेंड लेडी उषा वेंस बुधवार को फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप के साथ उत्तरी कैरोलाइना स्थित कैम्प लेजून और नौसैनिक दल के हवाई ठिकाने न्यू रिवर के दौरे पर दिखाई दीं। व्हाइट हाउस द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने छात्रों, शिक्षकों, सैन्य परिवारों और जवानों से मुलाकात की।
तस्वीरें वायरल: हाथ से गायब थी अंगूठी
इस कार्यक्रम की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की गईं और इन तस्वीरों ने कई लोगों का ध्यान खींचा। इन तस्वीरों में स्पष्ट रूप से देखा गया कि उषा वेंस ने अपनी वेडिंग रिंग (शादी की अंगूठी) नहीं पहनी हुई थीं।
सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने तुरंत इस पर ध्यान दिया। राजनीतिक रणनीतिकार ऐडम पार्कहोमेंको ने ट्वीट किया, "दिलचस्प है, उषा वेंस कल कैम्प लेजून में बिना शादी की अंगूठी के दिखीं।" एक अन्य व्यक्ति ने टिप्पणी की, "यह तो हमारी सोच से भी जल्दी हो रहा है," जो उनके रिश्ते को लेकर चल रही पिछली अटकलों की ओर इशारा करता है।
धर्म परिवर्तन की इच्छा और रिश्ते पर सवाल
उषा वेंस की वेडिंग रिंग का गायब होना ऐसे समय में हुआ है जब उनके और जेडी वेंस के रिश्ते पर पहले ही सवाल उठ चुके हैं।
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धर्म परिवर्तन पर विवाद: ये सवाल तब उठे जब उपराष्ट्रपति ने अक्टूबर में मिसिसिपी यूनिवर्सिटी में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान ऐसा संकेत दिया था कि वह चाहते हैं कि उनकी हिंदू पत्नी ईसाई धर्म अपना लें।
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उपराष्ट्रपति की सफाई: उषा वेंस हिंदू धर्म का पालन करती हैं। विवाद बढ़ने पर उपराष्ट्रपति ने बाद में स्पष्ट किया था कि उनका यह मतलब बिल्कुल नहीं था कि वह चाहते हैं कि उनकी पत्नी ईसाई बनें।
इसके अलावा, उसी कार्यक्रम में जेडी वेंस और टीपीयूएसए के मुख्य अधिकारी चार्ली कर्क की विधवा एरिका के बीच हुए एक गले लगने की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं।
निष्कर्ष: अटकलें बनाम तथ्य
उषा वेंस की हालिया तस्वीरों में वेडिंग रिंग का न होना चर्चा का विषय बन गया है और इसने सोशल मीडिया पर अटकलों को तेज कर दिया है। हालांकि, वेंस कपल के बीच किसी तरह की परेशानी या अलगाव की कोई आधिकारिक रिपोर्ट या पुष्टि सामने नहीं आई है। कई बार सार्वजनिक हस्तियाँ व्यक्तिगत कारणों से या सुविधा के लिए भी अपनी रिंग नहीं पहनती हैं।
लेकिन, उपराष्ट्रपति के पिछले विवादित बयान के मद्देनजर, रिंग का गायब होना लोगों को उनके निजी जीवन और रिश्ते के स्वास्थ्य पर सवाल उठाने का एक और मौका दे रहा है।