प्रयागराज न्यूज डेस्क: त्योहारों का सीजन अभी शुरू भी नहीं हुआ और दिल्ली-प्रयागराज व मुंबई-प्रयागराज रूट पर यात्रियों की हालत खराब हो गई है। 46 ट्रेनों में हालात ऐसे हैं कि स्लीपर, इकोनॉमी, थर्ड एसी से लेकर सेकेंड एसी तक सभी कोचों में टिकट "रिग्रेट" हो चुके हैं। यानी न सिर्फ कन्फर्म बल्कि वेटिंग टिकट भी अब नहीं मिल रहे। दिल्ली रूट की 28 और मुंबई रूट की 18 ट्रेनों में यह स्थिति बनी है, जो पहली बार देखने को मिल रही है।
दिल्ली रूट की डिब्रूगढ़ राजधानी, तेजस राजधानी, भुवनेश्वर राजधानी, कोलकाता राजधानी, हावड़ा राजधानी, गरीब रथ, हमसफर एक्सप्रेस, शिवगंगा, अमृत भारत, महाबोधी, मगध, प्रयागराज एक्सप्रेस समेत कई बड़ी ट्रेनों में रिजर्वेशन पूरी तरह बंद हो गया है। यात्री चाहे जितनी कोशिश करें, टिकट का विकल्प अब उपलब्ध नहीं है।
यात्रियों की परेशानी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि प्रयागराज के नरेश त्रिपाठी और सुधीर अग्रवाल जैसे कई लोग दिवाली पर घर आने के लिए टिकट खोज रहे हैं, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लग रही है। नरेश का कहना है कि पहले कम से कम राजधानी और वंदे भारत जैसी ट्रेनों में वेटिंग टिकट तो मिल ही जाता था, मगर इस बार वो भी नहीं मिल रहा। वहीं सुधीर ने बताया कि दिवाली में अभी दो माह बाकी हैं, लेकिन टिकट अब कहीं भी उपलब्ध नहीं है।
रेलवे के अनुसार 18 अक्टूबर को सबसे ज्यादा भीड़ होगी। चूंकि अब 60 दिन पहले ही टिकट रिजर्वेशन का नियम लागू है, ऐसे में अक्टूबर की कई तिथियों पर बुकिंग पहले ही फुल हो चुकी है। सीपीआरओ शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए दीपावली स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। हालांकि, मुंबई-प्रयागराज रूट की गोदान, दूरंतो, कामायनी और एलटीटी से चलने वाली ज्यादातर ट्रेनों में भी यही स्थिति है।