प्रयागराज न्यूज डेस्क: माफिया अतीक अहमद की मौत के बावजूद, उसके गुर्गे अब भी लोगों को डरा-धमका रहे हैं और मारपीट कर रहे हैं। हालिया घटना बमरौली क्षेत्र की है, जहां माफिया के गुर्गों ने पुलिस की मुखबिरी के शक में किसान शकील अहमद को बीच रास्ते में रोक कर पिटाई कर दी।
पीड़ित के अनुसार, उसे कनपटी पर पिस्टल सटाकर जान से मारने की धमकी दी गई। इससे तंग आकर उसने पूरामुफ्ती थाने में बमरौली के रहने वाले मो. सलीम, मुन्ना, और अबूबकर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। एफआईआर दर्ज होने के बाद भी, सोमवार को आरोपी उसके घर पर आकर फिर से मारपीट और धमकी देने लगे। पुलिस ने तीनों युवकों को पकड़कर पूछताछ शुरू कर दी है। बताया गया है कि शकील अहमद, जो बमरौली में रहते हैं, किसान हैं।
बताया गया है कि शुक्रवार को दोपहर के समय जब शकील अपने खेत की ओर जा रहा था, तभी सलीम और कुछ अन्य लोगों ने उसे बीच रास्ते में रोक लिया। उन्होंने शकील पर पुलिस की मुखबिरी का आरोप लगाते हुए गाली-गलौज की और धमकाते हुए कहा कि वे पूर्व सांसद के आदमी हैं, और उनके मर जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता।
आरोपितों ने शकील को धमकाते हुए कहा कि उन्होंने उमेश पाल हत्याकांड में पांच लाख के इनामी शूटर साबिर को अपने पास छिपा रखा है। पुलिस को यह जानकारी देने की हिम्मत दिखाए तो अंजाम बुरा होगा। जब शकील भागने की कोशिश करने लगा, तो सलीम और अन्य ने उसकी पिटाई शुरू कर दी। सलीम ने उसकी कनपटी पर पिस्टल तानते हुए जान से मारने की धमकी दी। पुलिस से शिकायत करने पर फिर से उसके साथ मारपीट की गई।
सोमवार को भी विरोधियों ने सलीम और उसके रिश्तेदार के घर पर धावा बोलकर मारपीट की और धमकी दी। थानाध्यक्ष पूरामुफ्ती मनोज कुमार सिंह ने बताया कि यह घटना शकील के रिश्तेदारों और विरोधियों के बीच चल रहे जमीन विवाद का नतीजा है। मामले में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।