प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज की गंगा-जमुनी तहज़ीब एक बार फिर मोहर्रम के मौके पर जीवंत हो उठी, जब 6 मोहर्रम को अंजुमन इस्लामिया इमामबाड़ा से पारंपरिक ताज़िया जुलूस निकाला गया। इस जुलूस में बड़ी संख्या में अकीदतमंदों ने हिस्सा लिया और इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हुए मातम और श्रद्धा के साथ अपनी अकीदत पेश की।
ताज़ियादार शकील अहमद ने बताया कि यह जुलूस अंजुमन इस्लामिया इमामबाड़ा से शुरू होकर मानसरोवर, लीडर रोड, निरंजन इमामबाड़ा, जानसेनगंज, कोतवाली चौक होते हुए वापस इमामबाड़ा पर खत्म हुआ। रास्ते भर लोगों ने सोजख्वानी और मातम के जरिए कर्बला की यादें ताज़ा कीं।
कांग्रेस नेता इरशाद उल्ला ने मोहर्रम के मायने बताते हुए कहा कि यह महीना इंसाफ, हक़ और कुर्बानी की राह दिखाता है। इस आयोजन में पार्षद कुसुम लता, इसरार नियाज़, वज़ीर खान, अली अहमद समेत कई गणमान्य लोग शामिल हुए। भारी भीड़ के बावजूद पूरा जुलूस शांतिपूर्ण और अनुशासित तरीके से निकाला गया।
प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए थे। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने पूरे जुलूस मार्ग पर निगरानी बनाए रखी। नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने सफाई और आपात सेवाओं में सक्रिय भूमिका निभाई। यह आयोजन सिर्फ धार्मिक भावना ही नहीं, बल्कि आपसी भाईचारे और सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल भी बना।