प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। संगम के कछार और गंगा पथ को जलमग्न करने के बाद अब गंगा का पानी नागवासुकि मंदिर के सामने रिवर फ्रंट रोड तक पहुंच चुका है। सोमवार रात को गंगा का जलस्तर इतना बढ़ गया कि रिवर फ्रंट रोड पर भी वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है।
बक्शी बांध से लगे रिवर फ्रंट ढलान पर पुलिस ने एहतियातन बैरिकेडिंग कर दी है। प्रशासन को आशंका है कि अगर जलस्तर ऐसे ही बढ़ता रहा तो संगम क्षेत्र में स्थित बड़े हनुमान मंदिर तक भी पानी पहुंच सकता है। फिलहाल गंगा का पानी धीरे-धीरे कछारी इलाकों की आबादी की तरफ बढ़ रहा है, जिससे वहां के लोगों में चिंता बढ़ गई है।
सोमवार शाम को जलस्तर के आंकड़ों के मुताबिक, फाफामऊ में गंगा 80.81 मीटर, छतनाग में 80.26 मीटर और नैनी में यमुना 80.97 मीटर तक पहुंच गई थी। फाफामऊ में गंगा का जलस्तर हर घंटे करीब पांच सेंटीमीटर बढ़ रहा था, जबकि नैनी में यमुना का स्तर डेढ़ सेंटीमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से बढ़ रहा था।
प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर दिया है और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। साथ ही, राहत और बचाव दलों को तैयार रखा गया है ताकि आपात स्थिति में तुरंत मदद पहुंचाई जा सके।