प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज जंक्शन के पुनर्विकास कार्य की सुस्त रफ्तार को लेकर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार ने रविवार को अधिकारियों से कड़ा सवाल किया। उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि दो साल से अधिक बीत चुके हैं, लेकिन काम की प्रगति अभी भी संतोषजनक नहीं है। उन्होंने निर्माण विभाग के अफसरों को निर्देश दिए कि काम की लगातार मॉनिटरिंग हो और किसी भी समस्या का तुरंत समाधान किया जाए।
विंध्याचल में मां विंध्यवासिनी के दर्शन के बाद चेयरमैन प्रयागराज पहुंचे और जंक्शन के वीआईपी लाउंज में अफसरों से मुलाकात की। यहां उन्होंने आगामी माघ मेले की तैयारियों की समीक्षा की और कहा कि 2026 की शुरुआत में होने वाले मेले में भारी भीड़ की संभावना है। ऐसे में अतिरिक्त ट्रेनों समेत सभी इंतजामों की प्लानिंग अभी से शुरू कर देनी चाहिए। इसके बाद उन्होंने स्टेशन का निरीक्षण किया और निर्माणाधीन बिल्डिंग व फुटओवर ब्रिज के कार्यों की स्थिति देखी।
निरीक्षण के दौरान जीएम एनसीआर उपेंद्र चंद्र जोशी की गैरमौजूदगी चर्चा का विषय रही। हालांकि बाद में जब चेयरमैन वंदे भारत ट्रेन से रवाना होने वाले थे, तो सेवानिवृत्ति के अंतिम दिन जोशी स्टेशन पहुंचे और उन्हें बुके भेंट किया। यह उनकी सीआरबी से आखिरी मुलाकात थी।
गौर करने वाली बात यह रही कि रेलवे बोर्ड के सबसे बड़े अधिकारी होने के बावजूद सतीश कुमार पत्नी संग आम यात्रियों की तरह वंदे भारत ट्रेन से नई दिल्ली रवाना हुए। इससे पहले वह शिवगंगा एक्सप्रेस से वाराणसी आए और फिर सड़क मार्ग से प्रयागराज पहुंचे थे। हाल ही में उनका कार्यकाल एक साल के लिए बढ़ा दिया गया है, जो 1 सितंबर 2025 से प्रभावी रहेगा।