प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज के रक्षा संपदा कार्यालय ने अपने उत्कृष्ट कार्यों के दम पर इस वर्ष रक्षामंत्री अवॉर्ड हासिल करने की उपलब्धि पाई है। रक्षा मंत्रालय द्वारा दिए गए लक्ष्यों को 100% पूरा करने के साथ-साथ बड़े पैमाने पर सैन्य भूमि को अवैध कब्जों से मुक्त कराने और रक्षा संपदा पर महत्वपूर्ण विकास कार्य कराने के कारण इस कार्यालय को सम्मान के लिए चुना गया है। हाल ही में महानिदेशक रक्षा संपदा, नई दिल्ली की ओर से विभिन्न श्रेणियों में अवॉर्ड की घोषणा की गई।
कार्यालय की टीम ने तय समय सीमा में कुल 3,691 एकड़ रक्षा भूमि का सर्वे सफलतापूर्वक पूरा किया। साथ ही प्रयागराज के पड़िला स्थित 53.58 एकड़ और गाजीपुर की 64.3412 एकड़ हवाई पट्टियों को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया। मुक्त कराई गई इस सैन्य भूमि की अनुमानित कीमत 6 अरब 59 करोड़ 38 लाख 43 हजार 567 रुपये बताई गई है। इसके अलावा पीपीई एक्ट 1971 के तहत अवैध तरीके से रह रहे 2,609 लोगों को नोटिस भी जारी किए गए।
रक्षा संपदा अधिकारी ए.के. मिश्रा के नेतृत्व में महाकुंभ के दौरान शहर में हुए विकास कार्यों में भी विभाग का योगदान सराहनीय रहा। रक्षा भूमि पर 13 बुनियादी ढांचे की परियोजनाओं को समय पर पूरा करवाया गया, जिससे महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा मिली। इसी वर्ष के भीतर पाँच ओल्ड ग्रांट बंगले खाली कराकर सेना को पुनः हस्तांतरित किए गए, जो विभाग की एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
अवार्ड समारोह 16 दिसंबर को नई दिल्ली स्थित चाणक्य ऑडिटोरियम में आयोजित होगा। प्रयागराज के कार्यालय को लैंड एंड रिकॉर्ड मैनेजमेंट कैटेगरी में सम्मानित किया जाएगा। इसी के साथ अन्य श्रेणियों में — ‘स्वच्छ छावनी स्वस्थ छावनी’ के लिए छावनी बोर्ड वाराणसी और ‘इम्प्रूवमेंट ऑफ कैंट स्कूल’ श्रेणी में छावनी बोर्ड लखनऊ को भी पुरस्कृत किया जाएगा।