प्रयागराज न्यूज डेस्क: महाकुंभ के 11वें दिन, अग्निशमन विभाग ने मेले से 200-250 अवैध सिलेंडर जब्त किए हैं। 19 जनवरी को महाकुंभ में लगी आग के बाद विभाग ने तलाशी अभियान चलाया, जिसके तहत यह कार्रवाई की गई। यह कदम सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया, ताकि भविष्य में कोई अप्रिय घटना न हो।
इसके अलावा, काशी विद्वत परिषद ने हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए एक नई आचार संहिता तैयार की है। यह नियमावली सनातन धर्म के पालन के लिए बनाई गई है, जिसमें यह बताया गया है कि हिंदुओं को क्या करना चाहिए और क्या नहीं। इस आचार संहिता को महाकुंभ के दौरान जारी किया जाएगा, ताकि धर्म का पालन सही तरीके से किया जा सके।
धर्म संसद के दौरान निरंजनी अखाड़े की छावनी में प्रेस कॉन्फ्रेंस भी आयोजित की गई। देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि हिंदू संस्कृति को कमजोर किया जा रहा है और हमारी बहन-बेटियों को स्कूलों में नचाया जा रहा है। उन्होंने सरकार से सनातन बोर्ड बनाने की मांग की और कहा कि बिना दक्षिणा के यज्ञ पूरा नहीं होता है, इसलिए इस बोर्ड की स्थापना की आवश्यकता है।
साथ ही, डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने चेतावनी दी कि अगर देश की वर्तमान स्थिति नहीं बदली, तो 2035 तक भारत का प्रधानमंत्री एक मुस्लिम हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि एक संतान पैदा करना समाज के लिए पर्याप्त नहीं होगा, और हिंदू समाज को अपनी जनसंख्या वृद्धि पर ध्यान देना चाहिए।
महाकुंभ में अब तक 46 लाख से अधिक श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। 13 जनवरी से अब तक 10.20 करोड़ श्रद्धालु मेले में आ चुके हैं। इस दौरान, दिगंबर अनी अखाड़े में साधु-संतों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। ढोल-नगाड़ों की धुन पर नृत्य किया और तलवारें लहराकर अपना कौशल दिखाया।