प्रयागराज न्यूज डेस्क: जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ ने ग्रामीण इलाकों में विकास कार्यों को रफ्तार देने के लिए एक नई शुरुआत की है। अब वे गांवों में खुद जाकर रात्रि चौपाल लगाएंगे और लोगों से सीधे संवाद करेंगे। इसी पहल के तहत बुधवार को शृंग्वेरपुर धाम में पहली रात्रि चौपाल का आयोजन किया गया, जहां डीएम ने घाटों की सफाई व्यवस्था, रोशनी और स्थानीय समस्याओं को लेकर आवश्यक निर्देश दिए।
डीएम ने पांच घाटों पर 10 स्ट्रीट लाइट लगाने और वहां तीन सफाईकर्मियों को स्थायी रूप से तैनात करने के निर्देश दिए। ग्रामीणों ने सफाई व्यवस्था, भूमि विवाद और मेड़बंदी जैसी समस्याएं उठाईं, जिनके निस्तारण के लिए मौके पर ही अफसरों को निर्देश दिया गया। सामुदायिक शौचालयों को तत्काल आम लोगों के लिए खोलने का भी आदेश हुआ।
चौपाल के दौरान साधु-संतों ने दो मंदिरों की जर्जर स्थिति पर ध्यान दिलाया, जिस पर डीएम ने पर्यटन विभाग को उनके जीर्णोद्धार का प्रस्ताव तैयार करने को कहा। डीएम ने कहा कि इस तरह की चौपालें आगे भी अन्य गांवों में आयोजित की जाएंगी ताकि प्रशासन और जनता के बीच की दूरी घटे और योजनाओं की ज़मीनी हकीकत को समझा जा सके।
डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ ने स्पष्ट किया कि बहुत से लोग जनसुनवाई में नहीं आ पाते, लेकिन रात्रि चौपाल के माध्यम से वे अपनी समस्याएं खुलकर रख सकेंगे। इसके साथ ही, ये मौके स्थलीय निरीक्षण और योजनाओं की प्रगति जांचने के लिए भी अहम रहेंगे।