प्रयागराज न्यूज डेस्क: भारतीय रेलवे रोजाना लाखों यात्रियों को सफर कराने के साथ अब सामाजिक और पर्यावरणीय जिम्मेदारियों को भी गंभीरता से निभा रहा है। प्रयागराज डिवीजन में उत्तर मध्य रेलवे की एक अनोखी पहल चर्चा में है, जहां 22 मई से 5 जून तक विश्व पर्यावरण दिवस के तहत विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। इसी कड़ी में 2 जून को प्रयागराज के संगम नोज क्षेत्र में एक विशेष सफाई अभियान चलाया गया, जिसमें रेलवे के 30 सफाईकर्मियों और गंगा टास्क फोर्स के 20 जवानों ने भाग लिया।
इस अभियान का नेतृत्व रेलवे के प्रधान सीएमई अनिमेष कुमार सिन्हा और गंगा टास्क फोर्स के कर्नल अरविंद प्रसाद संकरन ने किया। वहीं, लेफ्टिनेंट कर्नल मिलन मिश्रा के मार्गदर्शन में सूबेदार सर्वेश, सूबेदार महेंद्र, हवलदार सत्येंद्र सहित अन्य जवानों ने संगम क्षेत्र में गंगा नदी के घाटों की सफाई की। इस दौरान वहां मौजूद श्रद्धालुओं को गंगा की पवित्रता और स्वच्छता का महत्व समझाया गया और उनसे अनुरोध किया गया कि वे नदी को गंदा न करें।
सफाई अभियान के बाद पर्यावरण के प्रति जागरूकता को और बढ़ाने के लिए मुख्य पर्यावरण अधिकारी शिवाजी कदम ने लोगों को कपड़े के थैले वितरित किए। इन थैलों का मकसद प्लास्टिक बैग के विकल्प को बढ़ावा देना था, जिससे नदी और वातावरण दोनों को नुकसान से बचाया जा सके। इस पहल में दुकानदारों और स्नान करने आए लोगों ने भी भागीदारी दिखाई। कार्यक्रम को शिवाजी कदम और रेलवे अधिकारी अखिलेश सिंह की देखरेख में सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया।
यह अभियान न सिर्फ सफाई के लिहाज से अहम था, बल्कि इससे पर्यावरण संरक्षण का मजबूत संदेश भी समाज तक पहुंचा। रेलवे और गंगा टास्क फोर्स की इस साझेदारी ने दिखा दिया कि जब संस्थाएं और समाज साथ मिलकर काम करते हैं, तो बड़े बदलाव संभव हैं। कपड़े के थैले बांटना प्लास्टिक प्रदूषण कम करने की दिशा में एक छोटा लेकिन असरदार कदम है। उत्तर मध्य रेलवे ऐसे आयोजनों के जरिए नदियों की रक्षा और पर्यावरण को स्वच्छ रखने के अपने संकल्प को मजबूती से निभा रहा है।