प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज में गंगा और यमुना का जलस्तर बढ़ता और घटता नजर आ रहा है। दूसरे राज्यों में हो रही तेज बारिश का असर यहां की नदियों पर साफ दिखाई दे रहा है। पिछले 24 घंटे में फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 27 सेमी बढ़कर 77.17 मीटर दर्ज किया गया है। वहीं दूसरी ओर छतनाग में गंगा का जलस्तर 3 सेमी घटकर 74.86 मीटर पर आ गया है। गंगा का खतरे का निशान 84.734 मीटर है।
यमुना नदी के जलस्तर में भी गिरावट दर्ज की गई है। नैनी में यमुना का जलस्तर 6 सेमी घटकर 75.32 मीटर पहुंच गया है। इस उतार-चढ़ाव के बीच प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों में जुट गया है।
88 बाढ़ चौकियां, 47 संवेदनशील गांव चिन्हित
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ ने बताया कि जनपद में 88 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं। इसके साथ ही 47 गांवों को बाढ़ संवेदनशील घोषित किया गया है, जहां विशेष निगरानी रखी जा रही है। NDRF और SDRF की टीमें भी अलर्ट मोड में सक्रिय हैं।
रोजाना वाट्सएप पर भेजनी होगी रिपोर्ट
सभी एसडीएम और तहसीलदारों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में जलस्तर की निगरानी करें और बाढ़ प्रभावित गांवों का रोजाना निरीक्षण कर रिपोर्ट वॉट्सएप नंबर 7524921390 पर भेजें।
जलभराव वाले इलाकों में जल निकासी की व्यवस्था, बाढ़ शरणालयों में चिकित्सा, पशुपालन, सुरक्षा और रोशनी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश हैं। साथ ही यह भी अनिवार्य किया गया है कि ड्यूटी में तैनात सभी अधिकारी और कर्मचारी मौके पर मौजूद रहें।