प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज में बाढ़ का खतरा गहराने लगा है। उत्तराखंड और प्रदेश के कई हिस्सों में लगातार हो रही बारिश के चलते गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। नरौरा और जाजमऊ बैराज से लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण गंगा उफान पर है। रविवार को ही फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 43 सेमी बढ़ गया, जबकि सोमवार सुबह यह 78.17 मीटर तक पहुंच गया।
रविवार को प्रयागराज में गंगा का जलस्तर सुबह 77.81 मीटर था, जो रात तक 78.01 मीटर तक पहुंच गया। इसी दौरान यमुना का जलस्तर भी बढ़ना शुरू हो गया है। मध्य प्रदेश में हो रही बारिश का पानी केन और बेतवा नदियों से यमुना में आकर मिल रहा है। सोमवार सुबह यमुना का जलस्तर 75.91 मीटर रिकॉर्ड किया गया, जबकि रविवार को यह 75.86 मीटर था।
रेलवे और आपदा प्रबंधन विभाग को अलर्ट कर दिया गया है क्योंकि मंगलवार सुबह तक कानपुर बैराज से छोड़े गए दो लाख क्यूसेक पानी का असर प्रयागराज में और अधिक देखने को मिल सकता है। साथ ही टोंस और बेलन नदियों का जलस्तर भी बढ़ने की सूचना है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं।
प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है और संभावित बाढ़ को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। बाढ़ की आशंका को देखते हुए निचले इलाकों के लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। राहत और बचाव टीमों को भी एक्टिव मोड में रखा गया है ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।