प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज के बहरिया क्षेत्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. केपी मिश्र को जापान के हिरोशिमा विश्वविद्यालय में 23 से 27 अक्टूबर, 2025 तक आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक सम्मेलन में विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। यह सम्मेलन द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान 1945 में हिरोशिमा पर गिराए गए परमाणु बम की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित किया जा रहा है और इसका उद्देश्य विश्व के प्रमुख परमाणु वैज्ञानिकों को एक मंच पर लाना है।
डॉ. मिश्र इस सम्मेलन में "परमाणु विकिरण की खूबियां और उससे कैंसर के उपचार की नई विधियाँ" विषय पर व्याख्यान देंगे। उन्हें परमाणु ऊर्जा के मानव कल्याण में उपयोग, विकिरण के स्वास्थ्य प्रभाव (जैसे कैंसर और मोतियाबिंद) और कैंसर के आधुनिक उपचारों पर गहन शोध के लिए जाना जाता है। उनके नाम पर लगभग 300 शोधपत्र प्रकाशित हैं और 51 शोधकर्ताओं को उन्होंने डॉक्टरेट की उपाधि दिलाई है।
विश्व स्तर पर उनके योगदान को मान्यता मिली है। डॉ. मिश्र यूरोपीय आयोग के विशेषज्ञ रह चुके हैं और भारत के प्रतिष्ठित भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र, मुंबई में विभागाध्यक्ष और निदेशक के पदों पर कार्य कर चुके हैं। वर्तमान में वे भारत सरकार की कई विज्ञान और तकनीकी समितियों में सलाहकार के रूप में सक्रिय हैं।
शिक्षा और पेशेवर जीवन की बात करें तो डॉ. मिश्र का जन्म प्रयागराज के कटनी में हुआ और उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से रसायनशास्त्र में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की। इसके अलावा, वे नेहरू ग्राम भारती विश्वविद्यालय, प्रयागराज के पांच वर्ष तक कुलपति भी रहे और कमला नेहरू अस्पताल व क्षेत्रीय कैंसर केंद्र, प्रयागराज की परिषद में अपनी सेवाएँ दे चुके हैं।