प्रयागराज न्यूज डेस्क: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को प्रयागराज सर्किट हाउस में प्रयागराज और विंध्यांचल मंडल के जनप्रतिनिधियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। इस दौरान उन्होंने क्षेत्रीय विकास योजनाओं की गहन समीक्षा की और जनप्रतिनिधियों से सीधा संवाद कर उनके क्षेत्रों की जरूरतों और प्राथमिकताओं को समझा। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास का लाभ हर क्षेत्र को समान रूप से मिलना चाहिए और अधूरी परियोजनाओं को समय पर पूरा करना सरकार की प्राथमिकता है।
सीएम योगी ने लोक निर्माण विभाग और धर्मार्थ कार्य विभाग को निर्देश दिए कि वे जनप्रतिनिधियों द्वारा सुझाई गई परियोजनाओं को उनकी विधानसभाओं के अनुसार प्राथमिकता दें और जल्द से जल्द कार्य शुरू करें। उन्होंने कहा कि सभी प्रस्तावों की नंबरिंग कर उनकी शीघ्र मंजूरी सुनिश्चित की जाए ताकि काम में कोई देरी न हो। इसके अलावा, नगर विकास विभाग से कहा गया कि किसी भी योजना को लागू करने से पहले स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मार्गदर्शन जरूर लिया जाए।
प्रयागराज और विंध्यांचल की धार्मिक-सांस्कृतिक पहचान को ध्यान में रखते हुए सीएम योगी ने इन क्षेत्रों में धार्मिक स्थलों की बेहतर कनेक्टिविटी, फ्लाईओवर, आरओबी, पंटून ब्रिज और लॉजिस्टिक्स हब जैसे कार्यों पर बल देने की बात कही। उन्होंने कहा कि इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने शिलापट्टों पर जनप्रतिनिधियों के नाम अंकित करने की बात भी दोहराई ताकि पारदर्शिता बनी रहे।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि 15 सितंबर के बाद जिन कार्यों की प्राथमिकता तय हो चुकी है, उनके भूमि पूजन और शिलान्यास की प्रक्रिया शुरू कर दी जाए। इस बैठक में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी', राज्य मंत्री संजीव गोंड, महापौर उमेश चंद्र केसरवानी समेत कई वरिष्ठ जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे।