प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज जंक्शन पर एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जहां एक नेत्रहीन मां की गोद से दो साल के मासूम को दिनदहाड़े अगवा कर लिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।
इस घटना ने लोगों को हिला दिया है और सुरक्षा के प्रति चिंता बढ़ा दी है। जीआरपी घटना की जांच में जुटी हुई है और आरोपियों की तलाश की जा रही है।
मिर्जापुर के वसैय्या टोला अग्रवाल कॉलोनी निवासी धर्मेंद्र गुप्ता के दो साल के बेटे रिचल का प्रयागराज जंक्शन से अपहरण हो गया। धर्मेंद्र ने पुलिस को बताया कि उनकी पत्नी शिवानी दोनों आंखों से दिखाई नहीं देती और एक साल पहले हुए विवाद के बाद वह बेटे को लेकर प्रयागराज चली गई थीं।
11 अक्तूबर को शिवानी और रिचल जंक्शन के ब्रिज नंबर एक पर सो रहे थे, लेकिन दोपहर 3 बजे रिचल अचानक गायब हो गया। शिवानी ने चिल्लाने पर भी कोई जवाब नहीं मिला। धर्मेंद्र ने पुलिस से मदद मांगी और 15 अक्तूबर को जीआरपी ने अपहरण का केस दर्ज किया।
पुलिस सीसीटीवी फुटेज की मदद से अपहरणकर्ता की पहचान करने में जुटी है और पड़ोसी जिलों में छापामारी कर रही है। मामले की जांच जारी है।
प्रयागराज जंक्शन पर एक दिल दहला देने वाली घटना में मध्य प्रदेश के सोनू के दो साल के बेटे इशांत को मिर्जापुर के नरेश ने अगवा कर लिया। सोनू और उसका परिवार संगम स्नान के बाद जंक्शन पर आराम कर रहे थे, जब उन्हें झपकी आ गई। इसी दौरान नरेश ने पूजा की गोद से इशांत को अगवा कर लिया।
जीआरपी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मिर्जापुर में नरेश के घर से इशांत को बरामद कर लिया और आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस ने घटना की जांच में सीसीटीवी फुटेज की मदद ली और आरोपी की पहचान करने में सफल रही।
इस घटना ने एक बार फिर से सार्वजनिक स्थलों पर बच्चों की सुरक्षा के प्रति चिंता बढ़ा दी है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अपने बच्चों की सुरक्षा के प्रति हमेशा अलर्ट रहें।