प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज महाकुंभ में इस बार अमेठी का एक विशेष योगदान रहेगा। जिले के सगरा आश्रम के पीठाधीश्वर मौनी महाराज ने महाकुंभ परिसर में ज्योतिर्लिंग की स्थापना के लिए 5 करोड़ 51 लाख रुद्राक्ष की मणियों का संग्रह किया है। यह मणियां भिक्षाटन करके एकत्र की गई हैं, और इनका उद्देश्य भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने और हिंदू राष्ट्र की संकल्पना को साकार करना है।
मौनी महाराज ने बताया कि यह अनुष्ठान द्वादश ज्योतिर्लिंगों के निर्माण से संबंधित है। उन्होंने बताया कि रुद्राक्ष की मणियों को विशेष रूप से पूजा और ताम्रलिंग बनाने के लिए एकत्र किया गया है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा उन्होंने गरीब बस्तियों और दलित बस्तियों में जाकर की, ताकि हिंदू समाज से समर्थन प्राप्त हो सके और हिंदू राष्ट्र के निर्माण में सहयोग मिल सके।
मौनी महाराज ने यह भी कहा कि यह महाकुंभ उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें पूरा देश संकल्प के साथ शामिल है। उन्होंने कहा कि भारत की सुरक्षा, आतंकवाद का नाश और हिंदू समाज की सुरक्षा को लेकर संत महात्मा लगातार प्रयास कर रहे हैं। इसके अलावा काशी मथुरा में मंदिर निर्माण की भी वे संकल्पना रखते हैं। उनका यह विश्वास है कि यह सब हिंदू राष्ट्र की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।
मौनी महाराज ने इस आयोजन को अपनी जीवन की अंतिम इच्छा बताया और कहा कि वह इसे धर्म, राष्ट्र और भारतीय संस्कृति को समर्पित करते हैं। इस महाकुंभ में रुद्राक्ष से निर्मित शिवलिंग को बनाने में 500 घंटे से अधिक का समय लगेगा और हजारों लोगों का योगदान होगा। उनके अनुसार, यह पूरे देश का प्रयास है और इसे एक महान कार्य के रूप में देखा जा रहा है।