प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज रिंग रोड के पहले फेज का निर्माण तेजी से प्रगति पर है। इस चरण को तीन हिस्सों में बांटकर कराया जा रहा है, जिनमें से दो हिस्सों का काम लगभग पूरा हो चुका है। तीसरे हिस्से का निर्माण जल्द शुरू होगा, जिसमें 1,200 मीटर लंबे सिक्स लेन अंडरपास का निर्माण भी शामिल है।
इस अंडरपास का निर्माण अमिलिया गांव से सारंगापुर तक किया जाएगा और दावा किया जा रहा है कि यह उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा और पहला अंडरपास होगा। रिंग रोड के पहले फेज के दूसरे हिस्से में नैनी को झूंसी से जोड़ने के लिए तीन किलोमीटर लंबा सिक्स लेन पुल भी बनाया जा रहा है। कुल मिलाकर पहले फेज की लंबाई 31 किलोमीटर है और इसके तीसरे हिस्से के निर्माण के लिए 1,377.5 करोड़ रुपये की धनराशि निर्धारित की गई है।
मुख्य आंकड़े:
पहले फेज का कुल निर्माण लागत: 2,700 करोड़ रुपये
रिंग रोड की लंबाई: 31 किलोमीटर
जमीन अधिग्रहण: लगभग 5,000 किसानों से, कुल 195 हेक्टेयर
नैनी-झूंसी सिक्स लेन पुल: 3 किलोमीटर से अधिक
निर्माण प्रभावित गांवों की संख्या: 45
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार, यमुनापार संगम नगरी में ट्रैफिक जाम से छुटकारा दिलाने के लिए पहले फेज का निर्माण आधे से अधिक पूरा हो चुका है। शेष तीसरे हिस्से का निर्माण जून 2027 तक पूरा कर लिया जाएगा। इससे झूंसी और नैनी के बीच बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी और शहर में ट्रैफिक दबाव कम होगा।