प्रयागराज न्यूज डेस्क: सिंगरौली से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। विन्ध्यनगर थाना क्षेत्र के NTPC कॉलोनी में पति ने पत्नी की हत्या कर दी और मां ने इस अपराध में उसका साथ भी दिया। आरोप है कि मामूली सी बात पर पति निखिल दुबे ने अपनी पत्नी अभव्या दुबे को इतनी बेरहमी से पीटा कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हैरानी की बात ये है कि इस पूरी वारदात में आरोपी की मां दुर्गेश्वरी देवी भी बराबर की साझेदार रही।
हत्या के बाद दोनों ने साजिश के तहत शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। उन्होंने अभव्या की लाश को कंबल में लपेटकर कार की पीछे वाली सीट पर रखा और गाड़ी के शीशों पर पर्दा डाल दिए ताकि CCTV कैमरों में शक न हो। बच्ची और मां को कार की आगे की सीट पर बैठाकर प्रयागराज ले जाया गया, जहां शंकर घाट इलेक्ट्रॉनिक शवदाह गृह में चुपचाप अंतिम संस्कार कर दिया गया। सबूत मिटाने के लिए राख और फूल गंगा नदी में बहा दिए गए।
इतना ही नहीं, निखिल ने अपना फोन बंद कर लिया और ससुरालवालों को झूठी कहानी सुना दी कि पत्नी गिरकर मर गई है। लेकिन अभव्या के पिता सुनील कुमार दुबे को शक हुआ और उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। कोर्ट से सर्च वारंट लेकर पुलिस ने NTPC कॉलोनी स्थित आरोपी का घर खंगाला, लेकिन सब कुछ बंद मिला। इसके बाद जांच तेज की गई और आखिरकार प्रयागराज से पति-पत्नी हत्याकांड के दोनों आरोपी—निखिल और उसकी मां—को गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में दोनों ने अपराध कबूल कर लिया। आरोपी मां को जेल भेजा गया है जबकि पति को पुलिस रिमांड पर रखा गया है, ताकि और सबूत जुटाए जा सकें। इस पूरी कार्रवाई में विन्ध्यनगर थाना प्रभारी अर्चना द्विवेदी और उनकी टीम की अहम भूमिका रही। लेकिन यह वारदात समाज के सामने बड़ा सवाल खड़ा करती है—आखिर औरत कब तक ऐसे अत्याचारों की शिकार बनती रहेगी?