प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां नीट की तैयारी कर रहे 17 वर्षीय छात्र ने टेस्ट में कम नंबर आने के बाद अपनी जान दे दी। बताया जा रहा है कि छात्र हाल ही में मॉडल टेस्ट में कम अंक आने से गहरे तनाव में था। मानसिक दबाव इतना बढ़ गया कि उसने पहले खुद पर चाकू से कई वार किए, हाथ-पैर की नसें काटीं और फिर कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
यह दर्दनाक घटना प्रयागराज के नैनी के चाका ददरी इलाके की है। मृतक छात्र हर्षित, नेवी से रिटायर्ड अर्जुन का बेटा था और मेडिकल की पढ़ाई का सपना देख रहा था। जब यह घटना हुई, उसके माता-पिता घर पर नहीं थे। घर लौटने पर दरवाजा बंद देखकर उन्होंने पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा तो अंदर का नजारा देखकर सबके होश उड़ गए।
पुलिस के मुताबिक, हर्षित ने हाल ही में नीट की तैयारी के दौरान एक मॉडल टेस्ट दिया था जिसमें उसके अंक उम्मीद से बहुत कम आए थे। इसके बाद से वह काफी उदास रहने लगा था और पढ़ाई को लेकर दबाव महसूस कर रहा था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
यह घटना एक बार फिर छात्रों पर बढ़ते मानसिक तनाव और प्रतियोगी परीक्षाओं के दबाव पर सवाल उठाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना उतना ही जरूरी है जितना उनकी पढ़ाई पर। हर्षित अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था, जिसकी मौत ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।