प्रयागराज न्यूज डेस्क: बिहार के औरंगाबाद निवासी सीआरपीएफ सिपाही राम किशोर कुमार ने अपने सामान की चोरी के बाद पुलिस और परिवार को गुमराह करने के लिए अपहरण की झूठी कहानी गढ़ दी। प्रयागराज जीआरपी की जांच में यह सनसनीखेज खुलासा हुआ। राम किशोर ने बताया था कि उसे प्रयागराज में जहरखुरानों ने अगवा कर जंगल में बंधक बना लिया था, लेकिन पूछताछ में सारी सच्चाई सामने आ गई।
असल में, 25 फरवरी को विभागीय डाक लेकर आरा गए राम किशोर का ट्रेन में सामान चोरी हो गया। इस घटना से परेशान होकर वह हरिद्वार चला गया और परिवार को बिना बताए गायब हो गया। बाद में उसने झूठा अपहरण का बहाना बना लिया। प्रयागराज जीआरपी ने जांच शुरू की तो उसकी कहानी में कई झोल मिले, जैसे जिस जंगल का जिक्र उसने किया था, वह वहां था ही नहीं।
इतना ही नहीं, पुलिस को राम किशोर द्वारा दिखाए गए मेडिकल पर्चे में कुत्ते के काटने का इलाज दर्ज मिला, जिससे संदेह और गहरा गया। आखिरकार, पुलिस के सामने राम किशोर ने कबूल कर लिया कि अपहरण की कहानी फर्जी थी। उसने बताया कि वह पारिवारिक तनाव और कर्ज के दबाव के कारण हरिद्वार चला गया था और कुत्ते के काटने के बाद घर लौट आया।
जीआरपी ने इस फर्जी अपहरण केस की रिपोर्ट अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सौंप दी है और सीआरपीएफ को भी विभागीय कार्रवाई के लिए सूचना भेजी गई है। पुलिस का कहना है कि आगे की जांच के बाद कानूनी कार्रवाई तय की जाएगी।