मुंबई, 18 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि TMC ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए बंगाल में घुसपैठ को बढ़ावा दिया और इसके लिए एक पूरा इकोसिस्टम खड़ा किया गया है, जो न केवल राज्य और देश, बल्कि बंगाली संस्कृति के लिए भी खतरा बनता जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि TMC अब घुसपैठियों के समर्थन में नई मुहिम चला रही है, लेकिन सरकार इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो भारत का नागरिक नहीं है और अवैध रूप से घुसपैठ करके आया है, उसके खिलाफ संविधान के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। प्रधानमंत्री ने राज्य में हो रही हिंसक घटनाओं और कानून व्यवस्था की स्थिति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने मुर्शिदाबाद की एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि वहां हत्या के बाद भी पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। उन्होंने दावा किया कि जब राज्य सरकार आम नागरिकों की जान और संपत्ति की रक्षा नहीं कर सकती, तो निवेशकों का भरोसा भी डगमगाता है। इसके साथ ही उन्होंने बंगाल में महिला सुरक्षा पर चिंता जताई और कहा कि अस्पताल और शैक्षणिक संस्थान तक सुरक्षित नहीं हैं। डॉक्टर बेटियों और छात्राओं के साथ हो रहे अपराधों में TMC सरकार के नेताओं पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया।
पीएम मोदी ने कहा कि TMC की सरकार बंगाल के विकास के रास्ते में दीवार बनकर खड़ी है और जिस दिन यह दीवार गिरेगी, उस दिन राज्य को असली विकास की गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि बंगाल की नीतियां भ्रष्टाचारियों को फायदा पहुंचाने के लिए बनाई जा रही हैं और युवाओं की शिक्षा और कौशल के साथ जो कुछ हो रहा है वह बेहद चिंताजनक है। उन्होंने इस धरती को प्रेरणाओं की भूमि बताया और श्यामा प्रसाद मुखर्जी, बिधान चंद्र राय और सर विरेंद्र मुखर्जी जैसे उद्योग समर्थकों की विरासत का उल्लेख किया, जिनके योगदान से बंगाल ने औद्योगिक दिशा में प्रगति की।
प्रधानमंत्री ने इस दौरान 5000 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन भी किया। इसमें भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) की 1,950 करोड़ रुपए की शहरी गैस वितरण परियोजना शामिल है, जो बांकुरा और पुरुलिया जिलों में घरेलू, व्यवसायिक और औद्योगिक उपभोक्ताओं को PNG और CNG कनेक्शन उपलब्ध कराएगी। इसके अलावा दुर्गापुर से कोलकाता तक की नेचुरल गैस पाइपलाइन का शुभारंभ किया गया, जो 1,190 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हुई है और इसे प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा परियोजना के तहत विकसित किया गया है। प्रधानमंत्री ने दुर्गापुर स्टील थर्मल पावर स्टेशन और रघुनाथपुर थर्मल पावर स्टेशन की 1,457 करोड़ रुपए की फ्लू गैस डिसल्फराइजेशन यूनिट राष्ट्र को समर्पित की, जिससे वायु प्रदूषण में कमी आएगी। उन्होंने पुरुलिया-कोटशिला रेल लाइन के दोहरीकरण परियोजना की शुरुआत की, जिसकी लागत 390 करोड़ रुपए से अधिक है, जिससे औद्योगिक क्षेत्रों और महानगरों के बीच रेल संपर्क बेहतर होगा। इसके अलावा पश्चिम वर्धमान के तोपसी और पांडबेश्वर में 380 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से बने दो रोड ओवर ब्रिज का उद्घाटन भी किया, जिससे कनेक्टिविटी बेहतर होगी और रेलवे क्रॉसिंग पर दुर्घटनाएं कम होंगी। यह प्रधानमंत्री मोदी की छह साल बाद दुर्गापुर में दूसरी रैली थी। इससे पहले उन्होंने फरवरी 2019 में दुर्गापुर में भाजपा के लोकसभा चुनाव प्रचार की शुरुआत की थी। इस बार उन्होंने पश्चिम बंगाल में विकास की नई परियोजनाओं के साथ-साथ TMC की नीतियों और प्रशासनिक विफलताओं को निशाने पर लिया।