मुंबई, 17 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। भारतीय सेना ने लद्दाख में स्वदेशी तकनीक से विकसित एयर डिफेंस सिस्टम 'आकाश प्राइम' का सफल परीक्षण किया है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित इस आधुनिक प्रणाली का वीडियो गुरुवार को जारी किया गया। परीक्षण के दौरान इस मिसाइल सिस्टम ने पूर्वी लद्दाख में 15,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ रहे दो ड्रोन को मार गिराया। आकाश प्राइम, आकाश वेपन सिस्टम का एक उन्नत संस्करण है जिसे विशेष रूप से ऊंचाई वाले और कम ऑक्सीजन वाले इलाकों में कार्य करने के लिए डिजाइन किया गया है। इस प्रणाली की विशेषता यह है कि यह 'दागो और भूल जाओ' मोड में काम करती है। हर लॉन्चर में तीन मिसाइलें लगी होती हैं, जिनकी लंबाई लगभग 20 फीट और वजन 710 किलोग्राम होता है। प्रत्येक मिसाइल 60 किलोग्राम वजनी वारहेड ले जाने में सक्षम है। यह प्रणाली पूरी तरह से स्वचालित है और युद्ध की स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया देने की क्षमता रखती है।
रिपोर्टों के अनुसार आकाश मिसाइल सिस्टम के विकास में कुल 1,000 करोड़ रुपए की लागत आई है, जो कि वैश्विक स्तर पर मौजूद इसी श्रेणी की प्रणालियों की तुलना में 8 से 10 गुना कम है। यह भारत की उच्च गुणवत्ता वाली रक्षा तकनीक को कम लागत में विकसित करने की क्षमता को दर्शाता है। इससे पहले ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारत की ओर से की गई एयर स्ट्राइक के बाद जब पाकिस्तान ने जवाबी हमले किए थे, तब भी आकाश मिसाइल सिस्टम ने पाकिस्तानी हमलों को नाकाम किया था। इन हमलों में पाकिस्तान ने चीन की मिसाइलों और तुर्किए के ड्रोन का भी इस्तेमाल किया था, लेकिन भारत का एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह सफल साबित हुआ। अब इसी सिस्टम का यह आधुनिक संस्करण DRDO और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) द्वारा तैयार किया गया है।