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NCERT की नई किताब में शामिल हुआ स्पेस से पृथ्वी देखने का अनुभव, पढ़ाई का तरीका भी बदला, जानिए पूरा मामला

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Posted On:Tuesday, July 22, 2025

मुंबई, 22 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। कक्षा 5 की एनसीईआरटी की नई इन्वायर्नमेंटल स्टडीज की किताब में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन जाने वाले पहले भारतीय नागरिक शुभांशु शुक्ला का बयान शामिल किया गया है, जिसमें उन्होंने पृथ्वी को एक साझा घर बताते हुए कहा था कि स्पेस से देखने पर कोई बॉर्डर, कोई राज्य या देश दिखाई नहीं देता, बस एक पूरी पृथ्वी नजर आती है और हम सभी मानवता का हिस्सा हैं। यह कोट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के बीच हुई बातचीत का हिस्सा है, जिसे 'अवर शेयर्ड होम' नाम के अध्याय में शामिल किया गया है। शुभांशु ने हाल ही में 15 जुलाई को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर 18 दिन का मिशन पूरा किया और ऐसा करने वाले पहले भारतीय नागरिक बने। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत तैयार की गई इस किताब का नाम 'द वर्ल्ड अराउंड अस' रखा गया है, जिसमें साइंस, सोशल साइंस और एनवायर्नमेंटल स्टडीज को एक साथ जोड़ते हुए बच्चों के अंदर ऑब्जर्वेशन, इनक्वायरी और एथिकल रीजनिंग की क्षमता विकसित करने पर फोकस किया गया है। पढ़ाई को रोचक बनाने के लिए इसमें कहानियां, गतिविधियां और जीवन से जुड़ी वास्तविक चीजों को जोड़ा गया है।

इस किताब में DIGIPIN सिस्टम भी शामिल किया गया है, जो भारत की हर लोकेशन को 10 कैरेक्टर के डिजिटल कोड से पहचानता है और पोस्टमैन, एम्बुलेंस या डिलीवरी एजेंट्स को किसी स्थान तक पहुंचने में मदद करता है। इसके अलावा, बाढ़ से बचाव, भोजन को संरक्षित करने के तरीके और ओरल हाइजीन जैसी कई व्यावहारिक जानकारियां भी बच्चों को दी जा रही हैं। बच्चे इस किताब के जरिए गोदावरी नदी, ब्रह्मगिरी पहाड़, कोरिंगा वाइल्डलाइफ सेंचुरी और नमामी गंगे कार्यक्रम के बारे में जानेंगे। वहीं खाद्य संरक्षण के लिए माइक्रोब्स की भूमिका, अचार डालने, भोजन को सुखाने और चोकिंग जैसे खतरों की जानकारी भी दी जाएगी। एक अध्याय 'वाइब्रेंट कंट्री' के जरिए भारत की सांस्कृतिक विविधता को राष्ट्रीय प्रतीक, पारंपरिक पोशाकें, नृत्य, स्मारक और करेंसी नोट के माध्यम से समझाया जाएगा।

किताब में भारत के प्रमुख ऐतिहासिक और वैज्ञानिक व्यक्तित्वों की कहानियों को भी शामिल किया गया है, जैसे एपीजे अब्दुल कलाम, भगत सिंह, रानी लक्ष्मीबाई और छत्रपति शिवाजी। ‘कुछ अनोखी कहानियां’ नामक अध्याय में सुंदरबन, उत्तर-पूर्व भारत, जैव विविधता, स्थानीय नवाचारों और पर्यावरण अनुकूल वास्तुकला पर फोकस किया गया है। साथ ही असम की भूत जोलोकिया मिर्च, केरल के कॉयर शिल्प और महाराष्ट्र के कैलाशनाथ मंदिर का विवरण भी जोड़ा गया है। कक्षा 8 की नई सामाजिक विज्ञान की किताब में भी बदलाव किए गए हैं। इसमें सिख और मराठा इतिहास से जुड़े विस्तृत अध्याय जोड़े गए हैं। अब मराठों के बारे में 22 पेज का अध्याय होगा जिसमें शिवाजी की ताजपोशी, गुरिल्ला रणनीति और प्रशासन की जानकारी शामिल है। वहीं मुगल शासकों की नीतियों की भी नई व्याख्या दी गई है, जैसे अकबर के शासन को सहिष्णुता और क्रूरता का मिश्रण बताया गया है, जबकि औरंगजेब को सैन्य शासक के रूप में वर्णित किया गया है, जिसने गैर-इस्लामी प्रथाओं पर रोक लगाई और गैर-मुसलमानों पर कर लगाया।


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