केरल की राजनीति में उस समय भूचाल आ गया, जब पलक्कड़ विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले कांग्रेस विधायक राहुल मामकूटथिल को पार्टी ने उनकी प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया। यह कठोर कार्रवाई उनके खिलाफ एक महिला द्वारा लगाए गए गंभीर यौन दुराचार के आरोपों के बाद की गई है, जिससे राज्य में राजनीतिक हलचल मच गई है।
केरल पुलिस ने पिछले शुक्रवार को विधायक राहुल मामकूटथिल के खिलाफ एक विस्तृत मामला दर्ज किया था। उन पर रेप करने, महिला की मर्ज़ी के बिना उसके आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड करने और उसे गर्भपात (प्रेग्नेंसी खत्म करने) के लिए मजबूर करने के गंभीर आरोप लगे हैं। ये आरोप ऐसे समय में सामने आए हैं, जब राज्य में 9 और 11 दिसंबर को स्थानीय निकाय चुनाव होने वाले हैं, जिससे कांग्रेस पार्टी की प्रतिष्ठा को बड़ा झटका लगा है।
कौन हैं राहुल मामकूटथिल?
राहुल मामकूटथिल पलक्कड़ से कांग्रेस के युवा नेता और एक व्यवसायी हैं। उन्होंने पार्टी के युवा विंग के माध्यम से अपनी राजनीतिक पहचान बनाई थी और विभिन्न नेतृत्व की भूमिकाओं में रहे थे। अपनी युवा पहचान के कारण उन्हें राज्य की राजनीति में अच्छी पहचान मिली थी और वह कांग्रेस के उभरते हुए चेहरे माने जाते थे।
अगस्त 2025 में उनकी राजनीतिक यात्रा में एक बड़ा मोड़ आया जब उनके खिलाफ यौन दुराचार के कई आरोप सामने आए। इस घोटाले के सामने आने के तुरंत बाद, कांग्रेस ने कड़ा रुख अपनाया और अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया। इन आरोपों से जनता में व्यापक आक्रोश फैल गया, जिसके बाद पार्टी नेतृत्व को तत्काल हस्तक्षेप करना पड़ा और अंततः उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।
अग्रिम जमानत याचिका खारिज, कानूनी शिकंजा कसा
विधायक राहुल मामकूटथिल की कानूनी स्थिति उस समय और बिगड़ गई जब उनकी अग्रिम जमानत याचिका अदालत ने खारिज कर दी। कोर्ट के इस फैसले से उन्हें बड़ा झटका लगा है। कोर्ट ने पुलिस को उन्हें तुरंत ढूंढने और गिरफ्तार करने का आदेश दिया है।
जांचकर्ताओं ने इस मामले में आगे बढ़ते हुए मामकूटथिल के ड्राइवर को हिरासत में लिया है। पुलिस को संदेह है कि ड्राइवर ने ही कथित तौर पर विधायक को राज्य से भागने में मदद की थी। यह गिरफ्तारी पुलिस के लिए इस मामले में निर्णायक सबूत जुटाने में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
कोर्ट में लंबी बहस और नए सबूतों की मांग
कोर्ट में इस मामले को लेकर लंबी बहस चली। बुधवार को, कोर्ट ने अभियोजन पक्ष से मामले को और मजबूत बनाने के लिए एक अतिरिक्त दस्तावेज की मांग की। गुरुवार को कोर्ट द्वारा नए जमा किए गए सबूतों की गहन जांच के बाद बहस समाप्त हुई।
राहुल मामकूटथिल, जिन्हें एक समय केरल में कांग्रेस के एक प्रमुख युवा प्रतिनिधि और भविष्य के नेता के रूप में देखा जाता था, अब पार्टी के लिए एक बड़े नुकसान का कारण बनते दिख रहे हैं। उनके निष्कासन और चल रही गंभीर जांच के कारण, कांग्रेस पार्टी ने सार्वजनिक रूप से उनसे दूरी बना ली है, ताकि चुनावों से पहले पार्टी की छवि को और अधिक नुकसान न पहुँचे। अब सभी की निगाहें पुलिस की अगली कार्रवाई और विधायक की गिरफ्तारी पर टिकी हैं।