प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रतापपुर ब्लॉक की दो गोशालाओं में लगातार मिल रही शिकायतों के बाद प्रभारी सीडीओ ने जांच कराई, जिसमें हालात बेहद खराब मिले। बसनेहटा और अलावलपुर की गोशालाओं में मवेशियों की सही देखभाल नहीं की जा रही थी और वहां की पूरी व्यवस्था बिखरी मिली। जांच रिपोर्ट आते ही दोनों पंचायत सचिवों पर कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. शिवनाथ यादव ने करीब 20 दिनों में दो बार निरीक्षण किया। हर बार गोशालाओं में भूसा, हरा चारा, पशुआहार और चोकर जैसी बुनियादी चीजें नदारद मिलीं। मवेशियों को सिर्फ पुआल की कुट्टी पर निर्भर रखा गया था। पानी की टंकियों में काई की मोटी परत जमी थी और एक टंकी में तो हड्डी तक पड़ी मिली।
कई मवेशी बीमार हालत में थे और गोशाला से जुड़े जरूरी दस्तावेज भी मौजूद नहीं थे। इतने खराब हालात देखकर प्रशासन ने मान लिया कि मवेशियों की देखरेख में बड़े स्तर पर लापरवाही हुई है। स्थानीय लोग भी लंबे समय से यही शिकायतें करते आ रहे थे, जिन्हें जांच ने सच साबित कर दिया।
प्रभारी सीडीओ ने बताया कि बसनेहटा के ग्राम विकास अधिकारी सिद्धार्थ त्रिपाठी और अलावलपुर की ग्राम पंचायत अधिकारी पूर्णिमा सिंह के निलंबन की संस्तुति की गई है। पूर्णिमा सिंह पर कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी को पत्र भेजा गया है, जबकि सिद्धार्थ त्रिपाठी की मूल तैनाती बरेली की होने के कारण बरेली प्रशासन को कार्रवाई के लिए पत्र भेजा गया है।