प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज के मेजा क्षेत्र में उरूवा ब्लॉक के बिसहिजन खुर्द गांव के पास बना अंडरपास इन दिनों लोगों के लिए मुसीबत का बड़ा कारण बन चुका है। डीएफसी और रेलवे विभाग द्वारा बनाया गया यह अंडरपास सालों से कीचड़ और गंदे पानी से भरा रहता है, जिससे लोगों का आना-जाना बेहद मुश्किल हो गया है। गर्मी हो या सर्दी या बारिश—हर मौसम में यहां पानी भर जाता है और रास्ता दलदल बन जाता है।
दर्जनों गांवों के लोग रोजाना फिसलने, गिरने और चोटिल होने की परेशानी झेल रहे हैं। खासकर स्कूल-कॉलेज के छात्र, महिलाएं और किसान सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। रात के समय अंडरपास और भी खतरनाक हो जाता है, क्योंकि यहां घना अंधेरा रहता है। बाइक सवार लगातार गिर रहे हैं और कई लोग घायल भी हो चुके हैं। कीचड़ और गंदा पानी इतनी मोटी परत में जमा है कि किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है।
स्थानीय निवासी विकास तिवारी विक्की, राजू पटेल, सूरज शुक्ला, रवि बिंद, किशोरी लाल पटेल, शाहिद समेत कई ग्रामीणों ने बताया कि यह समस्या वर्षों पुरानी है। कई बार डीएफसी और रेलवे विभाग से शिकायतें की गईं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों का कहना है कि अंधेरा और कीचड़ चोरी व छिनैती की घटनाओं का खतरा भी बढ़ाता है, जिससे महिलाओं और छात्रों में डर का माहौल बना हुआ है।
ग्रामीणों ने विभाग से मांग की है कि अंडरपास में तत्काल जल निकासी की स्थायी व्यवस्था की जाए और नियमित सफाई कराई जाए। लोगों का कहना है कि जब तक यह व्यवस्था नहीं होगी, तब तक यह अंडरपास सड़क नहीं बल्कि ‘मुसीबत का रास्ता’ बना रहेगा।