प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज में रात के वक्त हुई पुलिस चेकिंग अचानक एक बड़े खुलासे में बदल गई, जब थरवई पुलिस ने 25 हजार के इनामी बदमाश मोनू पाल को मुठभेड़ के बाद धर-दबोचा। हमें बताया गया कि पुलिस की गाड़ियों को देखकर वह स्कूटी मोड़कर भागने लगा और खुद को घिरा देखकर पुलिस पर फायरिंग भी कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली उसके पैर में लगी और वहीं से उसकी गिरफ़्तारी तय हो गई। मौके पर ही उसे अस्पताल भिजवाया गया ताकि प्राथमिक उपचार तुरंत मिल सके।
जैसे-जैसे पुलिस ने सामान की तलाशी ली, मामला और बड़ा होता चला गया। मोनू पाल के पास से चोरी के 24 मोबाइल फोन, बिना नंबर की स्कूटी, अवैध तमंचा, जिंदा कारतूस और दो खोखे मिले, जिससे साफ पता चलता है कि लंबे समय से वह इसी तरह की आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहा था। उसके खिलाफ थरवई थाने में पहले से मुकदमा दर्ज था और इसी गिरफ्तारी पर डीसीपी ने 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था।
जब उससे पूछताछ शुरू हुई तो उसकी करतूतें जमीन पर आने लगीं। उसने बताया कि वह मोबाइल शॉप्स की रेकी करने के लिए गूगल मैप का इस्तेमाल करता था और फिर रात के समय शटर या दीवार काटकर मोबाइल चोरी कर लेता था। चुराए गए मोबाइल को वह बेहद कम कीमत पर बेच देता था, जिससे उसके खर्चे चलते थे। चौंकाने वाली बात यह भी रही कि वह कई बार जेल जा चुका है और हर बार बाहर आकर फिर उसी काम में लग जाता था।
थरवई पुलिस का कहना है कि 2 नवंबर को गारापुर चौराहे पर मोबाइल दुकान में चोरी की जो घटना हुई थी, उसी कड़ी में यह गिरफ्तारी सबसे बड़ी सफलता है। इस केस में एक आरोपी पहले ही पकड़ा जा चुका है और अब मोनू पाल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस मान रही है कि चोरी के पूरे नेटवर्क की कड़ी जल्द सामने आ जाएगी। इस गिरफ्तारी के साथ प्रयागराज पुलिस ने इलाके में चल रही चोरी की वारदातों को बड़ा झटका देने का काम किया है।