ब्रिटेन के ल्यूटन से ग्लासगो जा रही ईजीजेट की फ्लाइट को एक यात्री के आपत्तिजनक व्यवहार की वजह से इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। बताया गया है कि उस यात्री ने अचानक जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया, वह ‘अल्लाह हू अकबर’ के नारे लगा रहा था और धमकी दी कि फ्लाइट में बम है। इसके साथ ही उसने ‘अमेरिका मुर्दाबाद’ और ‘ट्रंप मुर्दाबाद’ जैसे विरोधी नारे भी लगाए।
इस शख्स ने टॉयलेट से निकलकर बम से उड़ाने की धमकी दी, जिससे विमान में दहशत फैल गई। यात्रियों ने मिलकर उसे काबू कर लिया, जिसके बाद पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क कर ग्लासगो एयरपोर्ट पर फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग करवाई। धमकी देने वाले यात्री को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया है।
लगातार बढ़ रही फ्लाइट्स की इमरजेंसी लैंडिंग
यह कोई पहला मामला नहीं है जब किसी फ्लाइट को इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी हो। पिछले दिनों भी कई फ्लाइट्स को तकनीकी खराबी, खराब मौसम और अन्य कारणों से इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी है। उदाहरण के तौर पर, 22 जुलाई को डालमैन से एडिनबर्ग जा रही इजीजेट फ्लाइट को तकनीकी समस्या के कारण बुल्गारिया के सोफिया में उतारा गया था। यात्रियों के लिए होटल में रात बिताने का इंतजाम भी किया गया था।
21 जुलाई को एअर इंडिया की कोच्चि-मुंबई फ्लाइट भारी बारिश के कारण रनवे से फिसल गई थी, जिससे इंजन डैमेज हुआ। इसके अलावा, 16 जुलाई को दिल्ली से गोवा जा रही इंडिगो फ्लाइट को भी इंजन फेल होने के कारण मुंबई में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी थी।
अन्य इमरजेंसी लैंडिंग के मामले
14 जुलाई को दिल्ली से श्रीनगर जा रही स्पाइसजेट फ्लाइट एकाएक नीचे गिर गई थी, लेकिन पायलट ने इसे सुरक्षित रूप से लैंड करवा दिया। इसी तरह, 8 जुलाई को ब्रिटेन के F-35B फाइटर जेट को केरल में कम ईंधन के कारण इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी थी।
14 जून को पाफोस से ब्रिस्टल जा रही एक फ्लाइट को केबिन में धुएं जैसी गंध महसूस होने पर तुर्की के इजमिर हवाई अड्डे पर इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी थी।
सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाना होगा और सतर्क रहना जरूरी
इन घटनाओं से साफ होता है कि विमानन सुरक्षा में चुनौतियां लगातार बनी हुई हैं। यात्रियों और क्रू मेंबर्स की सुरक्षा के लिए कड़े नियमों का पालन आवश्यक है। ऐसे किसी भी संदिग्ध व्यवहार या धमकी को गंभीरता से लेना होगा ताकि यात्रियों की जान और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
सभी एयरलाइंस और हवाईअड्डों को मिलकर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाना होगा ताकि उड़ानों को बिना किसी व्यवधान के सुरक्षित रूप से संचालित किया जा सके। साथ ही, यात्रियों को भी सतर्क रहने और किसी संदिग्ध स्थिति की सूचना तुरंत देने की जिम्मेदारी निभानी होगी।