मुंबई, 10 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमला करने में इसरो के सैटेलाइट नेटवर्क के इनपुट के जरिए मिली मदद से भारतीय सेनाओं ने सैन्य राडार सिस्टम नष्ट करने और पाकिस्तान के ड्रोन व मिसाइल हमलों को निष्क्रिय करने में सफलता हासिल की। इसरो का सैटेलाइट नेटवर्क भारतीय सेनाओं को आतंकियों के अड्डों की सटीक पहचान करने, हमले के लिए लक्ष्य तय करने से लेकर पाकिस्तान सेना के ठिकानों , हथियारों व टुकड़ियों के मूवमेंट, राडार स्टेशनों की जानकारी दे रहा है। साथ ही उनके इलेक्ट्रॉनिक गतिविधियों को ट्रैक करने जैसी हर संवेदनशील हरकत को पकड़ने और खुफिया जानकारी हासिल करने में खासा मददगार बन रहा है। इस समय इसरो के कम से कम 7 सैटेलाइट संवेदनशील व खुफिया जानकारी मिल रही है।
इसरो के 7 सर्विलांस उपग्रह से सेनाओं को सटीक इनपुट मिल रहा है। कार्टोसेट से 0.6 मीटर से 0.35 मीटर तक की हाई रिजॉल्यूशन इमेजरी मिल सकती है। इसके जरिए पाक के आतंकी लॉन्च पैड्स, सैन्य ठिकानों की सटीक लोकेशन और मूवमेंट की स्पष्ट तस्वीरें मिल पाईं। दिन की अच्छी रोशनी में इस सैटेलाइट से सीमावर्ती इलाकों में रियल टाइम तस्वीरें और वीडियो क्लिप्स तक हासिल की जा सकती हैं। आपको बता दें, अब भारत अंतरिक्ष आधारित अपनी निगरानी क्षमता बढ़ाने के लिए एक या दो नहीं, बल्कि 52 सैटेलाइट का एक समूह लॉन्च करने की योजना बना रहा है। इसरो चेयरमैन के मुताबिक, ये सभी सैटेलाइट अगले पांच साल में लॉन्च होंगे। यह काम निश्चित समय सीमा में पूरा हो, इसके लिए 52 में से आधे उपग्रह निजी क्षेत्र विकसित करेगा और आधे उपग्रह इसरो खुद तैयार करेगा।