मुंबई, 4 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। कोलकाता रेप-मर्डर केस को लेकर प्रोटेस्ट कर रहे डॉक्टरों से इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के प्रमुख आरवी असोकन ने काम पर लौटने की अपील की है। उन्होंने कहा कि आपका गुस्सा जायज है, लेकिन मामले में न्याय देने का काम सुप्रीम कोर्ट पर छोड़ दीजिए।असोकन ने स्टेटमेंट जारी कर कहा कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर ने पूरे देश की अंतरात्मा को झकझोर कर रख दिया है। पूरा देश इस बात से गुस्सा और हताशा महसूस कर रहा है कि विक्टिम न सिर्फ एक भावी डॉक्टर थी, बल्कि लोअर-मिडिल क्लास पेरेंट्स की इकलौती बेटी भी थी। पूरे देश ने उसे अपनी बेटी की तरह मान लिया है। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर मेडिकल फ्रैटरनिटी का गुस्सा जायज है। आपका प्रोटेस्ट करना सही है। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने हमसे कहा है कि हम उसपर भरोसा करें। न्याय और चिकित्सा कभी रुकने नहीं चाहिए। जब सुप्रीम कोर्ट ने ऐसी बात कही है तो भारत के नागरिक होने के नाते, पूरी मेडिकल फ्रैटरनिटी को उसकी बात माननी चाहिए।
दरअसल, कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ 8-9 अगस्त की रात रेप-मर्डर केस में जूनियर डॉक्टरों का प्रदर्शन 26वें दिन भी जारी है। प्रदर्शनकारी डॉक्टर मामले के आरोपियों को सजा देने और पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। आपको बता दे, प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों का आरोप है कि पुलिस ने रेप-मर्डर केस की जांच में शुरू से ही लापरवाही की है। उन्होंने पुलिस कमिश्नर गोयल की तस्वीरें हाथ में लेकर उनके इस्तीफे की मांग की। 2 सितंबर को बीबी गांगुली स्ट्रीट पर रोके जाने के बाद डॉक्टरों ने पुलिस कमिश्नर का पुतला भी जलाया।