नई दिल्ली। दिल्ली के प्रतिष्ठित सेंट कोलंबस स्कूल के 16 वर्षीय छात्र शौर्य पाटिल की आत्महत्या के मामले में बढ़ते जन आक्रोश और पुलिस जांच के दबाव के बीच, स्कूल प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हेडमास्टर और तीन अन्य शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई छात्र के पिता द्वारा दर्ज कराई गई उस प्राथमिकी (FIR) पर आधारित है, जिसमें उन्होंने इन सभी पर छात्र को मानसिक उत्पीड़न देने का गंभीर आरोप लगाया है।
स्कूल के प्रिंसिपल रॉबर्ट फर्नांडीस ने निलंबन के संबंध में जारी अपने पत्र में कहा कि एफआईआर दर्ज होने के बाद लगाए गए गंभीर आरोपों को देखते हुए, जांच पूरी होने तक तत्काल प्रभाव से यह फैसला लिया गया है। यह घटना मंगलवार, 19 नवंबर, 2025 की दोपहर हुई थी, जब शौर्य ने राजेंद्र प्लेस मेट्रो स्टेशन पर छलांग लगाकर अपनी जान दे दी थी।
निलंबन और जांच के निर्देश
जिन शिक्षकों को निलंबित किया गया है, उनमें हेडमास्टर अपराजिता पाल और शिक्षक जूली वर्गीज, मनु कालरा, और युक्ति अग्रवाल महाजन शामिल हैं। स्कूल प्रशासन द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि ये सभी निलंबित शिक्षक जांच पूरी होने तक हर समय मौजूद रहेंगे, लेकिन उन्हें स्कूल परिसर में प्रवेश करने या किसी से भी संपर्क करने की अनुमति नहीं होगी। शौर्य के पिता प्रदीप पाटिल ने एफआईआर में आरोप लगाया है कि हेडमास्टर और तीनों शिक्षक पिछले कुछ समय से उनके बेटे को छोटी-छोटी बातों पर डांटते और मानसिक रूप से परेशान कर रहे थे। उन्होंने विशेष रूप से इंग्लिश की टीचर जूली वर्गीज पर आरोप लगाया कि वह पिछले चार दिनों से शौर्य को यह कहकर धमका रही थीं कि उसे स्कूल से निकाल दिया जाएगा और ट्रांसफर सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाएगा।
क्लास में 'ओवरऐक्टिंग' का ताना
एफआईआर में एक और चौंकाने वाला खुलासा किया गया है। आरोप है कि ड्रामैटिक्स की कक्षा के दौरान शौर्य अचानक गिर गया था, जिसके बाद टीचर युक्ति महाजन ने उसका मजाक उड़ाया और कहा कि वह 'ओवरऐक्टिंग' कर रहा है। आरोप है कि शिक्षिका ने शौर्य को इतनी डांट लगाई कि वह रोने लगा, लेकिन शिक्षिका ने बेरुखे अंदाज में कहा कि 'रोने से कुछ नहीं होगा।' सबसे गंभीर बात यह है कि उस वक्त क्लास में हेडमास्टर अपराजिता पाल भी मौजूद थीं, लेकिन उन्होंने कोई हस्तक्षेप नहीं किया।
सुसाइड नोट में दर्द
शौर्य ने आत्महत्या से पहले अपनी अंतिम चिट्ठी में अपने दर्द को बयां किया है। उसने अपनी मां से माफी मांगते हुए लिखा, “सॉरी मम्मी, मैंने आपका कई बार दिल तोड़ा, अब आखिरी बार तोड़ रहा हूं… स्कूल की टीचर्स ही ऐसी हैं, क्या कहूं।” दिल्ली पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। स्कूल प्रशासन ने भी भरोसा दिलाया है कि वे कानूनी प्रक्रिया में पूरी तरह से सहयोग करेंगे। इस हृदयविदारक घटना ने एक बार फिर शिक्षा संस्थानों में छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और शिक्षकों के व्यवहार पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।