मुंबई, 18 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) भारतीय उद्यमों में जेनेरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (GenAI) को अपनाने की गति तेज़ हो गई है, एक नई रिपोर्ट के अनुसार 47 प्रतिशत से अधिक कंपनियों ने अपने GenAI पायलट प्रोजेक्ट्स को सफल लाइव उपयोग मामलों में बदल दिया है। हालांकि, उत्साह और विश्वास के बावजूद, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर कॉर्पोरेट खर्च अभी भी काफी कम है, जो इस तकनीक में विश्वास और वास्तविक निवेश के बीच एक बड़ा अंतर दर्शाता है।
उत्साह अधिक, निवेश कम
अकाउंटिंग फर्म अर्न्स्ट एंड यंग (EY) और भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) द्वारा संयुक्त रूप से जारी 'इज इंडिया रेडी फॉर एजेंटिक एआई? द एआईडिया ऑफ इंडिया: आउटलुक 2026' नामक इस सर्वेक्षण में देश भर के 200 संगठनों के वरिष्ठ नेताओं से इनपुट लिए गए हैं।
रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्ष निम्नलिखित हैं:
- GenAI को अपनाना: लगभग 47% भारतीय कंपनियों ने GenAI पायलटों को पूरी तरह से काम कर रहे उपयोग मामलों में लागू कर दिया है, जबकि 23% अन्य कंपनियाँ वर्तमान में इन उत्पादों के साथ प्रयोग कर रही हैं।
- खर्च में कमी: सर्वेक्षण में पाया गया कि 76% व्यापारिक नेताओं का मानना है कि GenAI का व्यवसाय पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। इसके बावजूद, 95% से अधिक संगठन AI पर अपने आईटी बजट का 20% से कम आवंटित कर रहे हैं।
- असंतुलन: रिपोर्ट ने इस बात पर प्रकाश डाला कि "विश्वास और प्रतिबद्धता के बीच स्पष्ट असंतुलन है," जो कंपनियों द्वारा AI से मापने योग्य रिटर्न प्राप्त करने की गति को प्रभावित कर रहा है।
भविष्य का फोकस और रोज़गार पर प्रभाव
अगले 12 महीनों के लिए भारतीय संगठनों की GenAI निवेश की प्राथमिकताएँ स्पष्ट हैं। कंपनियाँ मुख्य रूप से ऑपरेशंस (63%), ग्राहक सेवा (54%), और मार्केटिंग (33%) में GenAI का उपयोग करने पर ध्यान केंद्रित करेंगी।
कार्यबल के संदर्भ में, रिपोर्ट में निम्नलिखित बातें सामने आईं:
- कार्यबल परिवर्तन: 64% उद्यमों ने AI के कारण मानकीकृत कार्यों में चयनात्मक कार्यबल परिवर्तन की सूचना दी है।
- कौशल की कमी: एक बड़ी चिंता यह है कि 59% उत्तरदाताओं ने AI-कुशल श्रमिकों की कमी को उजागर किया है।
- AI-फर्स्ट आर्किटेक्चर: कंपनियाँ अब एक "AI-फर्स्ट आर्किटेक्चर" की ओर बढ़ रही हैं, जहाँ निर्णय लेने, गति और सटीकता को बढ़ाने के लिए मनुष्य और मशीनें एक साथ काम करती हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में व्यवसायों का एक बड़ा हिस्सा (60%) इन-हाउस रणनीति पर पूरी तरह निर्भर रहने के बजाय AI मॉडल और टूल्स का लाभ उठाने के लिए स्टार्टअप्स के साथ साझेदारी कर रहा है, जबकि 78% हाइब्रिड मॉडल अपना रहे हैं।