अंडर-19 एशिया कप में भारतीय युवा ब्रिगेड का प्रदर्शन लगातार विस्फोटक रहा है. ओपनिंग मैच में वैभव सूर्यवंशी ने जहां 171 रनों की धमाकेदार पारी खेली थी, वहीं तीसरे मुकाबले में अभिज्ञान कुंडू ने उससे भी बड़ा धमाका कर दिया. मलेशिया के खिलाफ दुबई के द सेवन्स स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में अभिज्ञान ने ऐतिहासिक दोहरा शतक जड़कर नया कीर्तिमान स्थापित किया और टीम इंडिया को 400 के पार पहुंचाया.
अभिज्ञान कुंडू की तूफानी, नाबाद 209 रनों की पारी के दम पर भारतीय टीम ने 7 विकेट खोकर 408 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया. इस पारी के दौरान उन्होंने ऐसी तबाही मचाई कि पिछले रिकॉर्ड्स छोटे पड़ गए, यहां तक कि पाकिस्तान के ओपनर समीर मिन्हास का स्कोर भी पीछे छूट गया.
छक्का जड़कर पूरा किया ऐतिहासिक दोहरा शतक
अभिज्ञान कुंडू ने महज 121 गेंदों पर मलेशिया के खिलाफ अपना दोहरा शतक पूरा किया. दिलचस्प बात यह रही कि इस युवा स्टार ने छक्का जमाकर इस उपलब्धि को हासिल किया.
जिस मैच में फैंस को सलामी बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी और कप्तान आयुष म्हात्रे से बड़ी पारी की उम्मीद थी, उसमें अभिज्ञान कुंडू ने पाँचवें नंबर पर आकर जिम्मेदारी संभाली और विरोधी गेंदबाजों की धज्जियाँ उड़ाते हुए धुंआधार दोहरा शतक जमाया.
अभिज्ञान की पारी: फिफ्टी से डबल सेंचुरी तक का सफर
वैभव सूर्यवंशी और कप्तान आयुष म्हात्रे के आउट होने के बाद, अभिज्ञान ने न केवल भारतीय टीम की पारी को संभाला बल्कि आक्रामक बल्लेबाजी से रन गति को भी तेजी से बढ़ाया. उनकी ऐतिहासिक पारी तीन चरणों में पूरी हुई:
| माइलस्टोन |
गेंदें खेली (लगभग) |
चौके |
छक्के |
कुल बाउंड्री |
| अर्धशतक (50 रन) |
44 |
6 |
0 |
6 |
| शतक (100 रन) |
80 |
11 |
1 |
12 |
| 150 रन |
106 |
13 |
6 |
19 |
| दोहरा शतक (200 रन) |
121 |
16 |
9 |
25 |
शुरुआत में उन्होंने 44 गेंदों पर 6 चौकों की मदद से धैर्य के साथ अपनी फिफ्टी पूरी की. इसके बाद उन्होंने 80 गेंद खेलते हुए 11 चौके और 1 छक्का लगाकर शतक पूरा किया. लेकिन शतक के बाद उन्होंने अपनी बल्लेबाजी का असली रूप दिखाया. उन्होंने सिर्फ 41 गेंदों में 100 रन और जोड़कर 121 गेंदों पर 16 चौके और 9 छक्के की मदद से ऐतिहासिक दोहरा शतक पूरा कर लिया.