मुंबई, 24 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) अधिकतर लोग यह मानते हैं कि सप्ताह में एक बार शराब का सेवन करना एक स्वीकार्य आदत है, जो स्वास्थ्य को नुकसान नहीं पहुंचाती। हालांकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि यह 'कभी-कभार' की आदत भी आपके शरीर के महत्वपूर्ण अंगों और प्रणालियों पर दबाव डाल सकती है। यदि यह 'बिंग ड्रिंकिंग' (कम समय में अधिक मात्रा में शराब पीना) है, तो जोखिम और भी कई गुना बढ़ जाता है।
एक स्वास्थ्य रिपोर्ट के अनुसार, डॉ. जयंत ठकुरिया, डायरेक्टर (इंटरनल मेडिसिन और रुमेटोलॉजी), यथार्थ सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, फरीदाबाद, ने शराब के सेवन से होने वाले प्रभावों के बारे में विस्तार से बताया है।
सुरक्षित सीमा और बिंग ड्रिंकिंग का खतरा
डॉ. ठकुरिया के अनुसार, अधिकांश स्वस्थ वयस्कों के लिए प्रति सप्ताह 60 मिलीलीटर (ml) तक शराब का सेवन सुरक्षित माना जाता है। हालाँकि, उन्होंने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी है कि व्यक्तिगत कारक और जीवनशैली भी परिणाम को प्रभावित करते हैं।
उन्होंने जोर देकर कहा कि "अत्यधिक शराब पीना, भले ही वह कभी-कभार हो, महत्वपूर्ण अंगों पर अनुचित दबाव डाल सकता है।"
डॉ. ठकुरिया ने बिंग ड्रिंकिंग (एक छोटे से समय में बड़ी मात्रा में शराब का सेवन) को विशेष रूप से हानिकारक बताया। यह व्यवहार तीव्र शराब-संबंधित लिवर रोग, हृदय संबंधी जटिलताओं और यहाँ तक कि मृत्यु का कारण भी बन सकता है।
साप्ताहिक शराब पीने से शरीर के विभिन्न अंगों पर असर
सप्ताह में केवल एक बार शराब पीने से भी आपके शरीर के कई सिस्टम प्रभावित हो सकते हैं:
1. लिवर और किडनी पर तनाव
डॉ. ठकुरिया बताते हैं कि "साप्ताहिक शराब का सेवन भी लिवर पर तनाव डाल सकता है।" समय के साथ, यह फैटी लिवर (Fatty Liver) या तीव्र लिवर संबंधी समस्याओं में योगदान कर सकता है। किडनी भी अछूती नहीं रहती; शराब के कारण होने वाला निर्जलीकरण (dehydration) उनके कार्य को बाधित कर सकता है, खासकर यदि शरीर में पहले से ही पानी की कमी हो।
2. हृदय और रक्त संचार प्रणाली
शराब का हृदय प्रणाली पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। यह रक्तचाप (Blood Pressure) को बढ़ाता है और अनियमित दिल की धड़कन (Irregular Heartbeats) का कारण बन सकता है। यदि आप शराब पीने के साथ धूम्रपान भी करते हैं, तो हृदय रोग का खतरा और अधिक बढ़ जाता है।
3. वजन और मेटाबॉलिज्म
शराब में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है। इसके साथ स्नैक्स का सेवन करने से समय के साथ वजन बढ़ सकता है। यह अक्सर पेट फूलने (Abdominal Bloating) का कारण बनता है और शरीर की चयापचय प्रक्रियाओं (Metabolic Processes) को बाधित करता है।
4. नींद की गुणवत्ता में कमी
हालांकि शराब शुरू में आपको सुस्त महसूस करा सकती है, लेकिन नींद की गुणवत्ता पर इसका समग्र प्रभाव हानिकारक होता है। डॉ. ठकुरिया ने कहा, "शराब नींद के सबसे महत्वपूर्ण चरणों को बाधित करती है, जिससे अगले दिन थकान और बेचैनी महसूस होती है।"
5. पाचन स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं
बड़ी मात्रा में शराब पीने से पाचन तंत्र में जलन हो सकती है। इसके कारण एसिड रिफ्लक्स, सीने में जलन और गंभीर मामलों में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ब्लीडिंग या खून की उल्टी भी हो सकती है।
6. दवाओं के साथ खतरनाक प्रतिक्रिया
शराब कुछ दवाओं, विशेष रूप से नींद की दवाओं (Sedatives) और मनोरोग संबंधी दवाओं (Psychiatric Drugs) के साथ प्रतिकूल प्रतिक्रिया करती है। ये प्रतिक्रियाएं खतरनाक दुष्प्रभाव पैदा कर सकती हैं।
इन लोगों को शराब से पूरी तरह बचना चाहिए
कुछ समूह ऐसे हैं जिनके लिए शराब का सेवन, भले ही वह कितना भी कम क्यों न हो, उच्च जोखिम भरा हो सकता है:
गर्भवती महिलाएं: शराब भ्रूण के विकास को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकती है।
गंभीर/पुरानी बीमारियों वाले व्यक्ति: लिवर रोग, हृदय संबंधी समस्याएं या मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति वाले लोगों को पूरी तरह से दूर रहना चाहिए।
दवाएं लेने वाले: जो लोग नींद की दवाएं या मनोरोग संबंधी दवाएं ले रहे हैं, उन्हें गंभीर प्रतिक्रियाओं के जोखिम के कारण शराब से बचना चाहिए।
वाहन चालक: शराब की थोड़ी सी मात्रा भी सजगता (reflexes) और निर्णय लेने की क्षमता को प्रभावित करती है, जिससे दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है।
एसिड रिफ्लक्स या पाचन संबंधी समस्या वाले लोग: शराब उनकी स्थिति को और बिगाड़ सकती है।
निष्कर्ष: डॉ. ठकुरिया सलाह देते हैं कि सप्ताह में एक बार का सेवन अधिकांश लोगों के लिए हानिरहित नहीं होता, खासकर यदि वह संयमित न हो। अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए जिम्मेदारी से शराब का सेवन करना और इसके संभावित प्रभावों के बारे में जागरूक रहना बेहद महत्वपूर्ण है।