मुंबई, 18 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। जयपुर डेयरी के ज़ीरो लिक्विड डिस्चार्ज (जेडएलडी) प्लांट से अब जयपुर शहर की जलधारा परियोजना को 2 लाख लीटर पानी प्रतिदिन उपलब्ध कराया जाएगा। यह पानी जलधारा में बहने, वहां स्थित फव्वारों के संचालन और आसपास के गार्डन की सिंचाई के लिए काम आएगा। इस संबंध में जयपुर डेयरी के प्रबंध निदेशक मनीष फौजदार ने सहमति जताई है और अगले माह से नियमित जल आपूर्ति शुरू करने की बात कही है। फौजदार ने बताया कि राज्य में जारी 'वंदे गंगा' जल और पर्यावरण संरक्षण अभियान के अंतर्गत डेयरी में भी विभिन्न कदम उठाए जा रहे हैं। इसी पहल के तहत बुधवार को 160 पौधे लगाए गए और मानसून के दौरान अन्य कार्यालयों व स्थानों पर भी पौधारोपण किया जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि जयपुर डेयरी परिसर में 20 करोड़ रुपये की लागत से 12 लाख लीटर क्षमता वाला ज़ेडएलडी प्लांट लगाया गया है, जो डेयरी से निकलने वाले अपशिष्ट जल को ट्रीट कर उपयोग योग्य बनाता है। फिलहाल प्लांट से निकलने वाले ट्रीटेड पानी में से 2 लाख लीटर पानी एमएनआईटी परिसर की सिंचाई के लिए और 4 लाख लीटर पानी जवाहर सर्किल गार्डन के लिए दिया जा रहा है। शेष 6 लाख लीटर पानी डेयरी परिसर की मशीनों की सफाई, गार्डन की सिंचाई और अन्य कार्यों में उपयोग हो रहा है। अब जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) ने शेष बचे 2 लाख लीटर पानी को ओटीएस के पास स्थित जलधारा क्षेत्र में उपयोग करने की योजना बनाई है। यह पानी वहां के कृत्रिम झील, फव्वारों और गार्डन को जीवंत बनाए रखने में सहायक होगा।