मुंबई, 11 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। जोधपुर में आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग ने शुक्रवार सुबह एक प्रॉपर्टी सौदे में टैक्स चोरी की आशंका के चलते दो ठिकानों पर छापा मारा। कार्रवाई सुबह 7 बजे पाल गांव और आशापूर्णा सिटी में शुरू हुई, जहां प्रॉपर्टी कारोबारी और किसान के घर विभाग की टीम ने दबिश दी। यह पूरा मामला जोधपुर-बालोतरा हाईवे स्थित लूणावास गांव में 12 बीघा जमीन की खरीद-फरोख्त से जुड़ा हुआ है, जिसे डीएलसी रेट के अनुसार 65 लाख रुपए में दर्शाया गया, जबकि बाजार मूल्य के अनुसार यह सौदा करीब 6 करोड़ रुपए का बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार पाल गांव निवासी किसान नारायण सिंह पंवार ने यह जमीन आशापूर्णा सिटी निवासी प्रॉपर्टी कारोबारी जगदीश बाफना को बेची थी। इस लेनदेन में बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी की आशंका को देखते हुए आयकर विभाग की सात गाड़ियों में आई टीम ने दोनों के आवासों पर कार्रवाई की। तीन गाड़ियां नारायण सिंह के पाल गांव स्थित घर पर गईं जबकि चार गाड़ियां जगदीश बाफना के आशापूर्णा सिटी स्थित आवास पर पहुंचीं। टीम ने मौके से कैश, कागजात और इलेक्ट्रॉनिक डेटा की गहन जांच शुरू की है।
सूत्रों के मुताबिक आयकर विभाग को इस सौदे की जानकारी एक गुप्त शिकायत से मिली थी, जिसके आधार पर स्थानीय पंजीयन कार्यालय से दस्तावेज जुटाए गए और दोनों पक्षों की आर्थिक पृष्ठभूमि की जांच की गई। जांच में टैक्स चोरी के पुख्ता प्रमाण मिलने के बाद कार्रवाई की गई। बताया जा रहा है कि शिकायतकर्ता कोई और नहीं, बल्कि नारायण सिंह पंवार का दामाद ही है। दरअसल, दोनों परिवारों में केवल बेटियां हैं। जमीन सौदे में हिस्सेदारी को लेकर दामाद ने विवाद किया था। इस पर पिता ने बेटी और दामाद को 50 लाख रुपए से अधिक की राशि दे भी दी, लेकिन दामाद ने शिकायतें जारी रखीं। इन्हीं में से एक शिकायत संभवतः आयकर विभाग तक पहुंच गई, जिससे सौदे की वास्तविकता सामने आई और विभाग ने छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया।