दिल्ली में लाल किला के पास हुए भीषण कार ब्लास्ट के मामले ने अब खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों को चौंका दिया है। जांच में सामने आया है कि इस हमले के तार पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े हो सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, दिल्ली पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा पकड़े गए संदिग्धों से पूछताछ के बाद कई अहम खुलासे हुए हैं। इनमें एक प्रमुख नाम सामने आया है – डॉ. मुजम्मिल, जो कथित तौर पर पाकिस्तान के आतंकी कमांडर मौऊद्दिन औरंगजेब आलम उर्फ अम्मार अल्वी के संपर्क में था।
खुफिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अम्मार अल्वी जैश-ए-मोहम्मद का वरिष्ठ कमांडर है और भारत के कई बड़े शहरों में हमले करने की साजिश रच रहा था। बताया जा रहा है कि वह पुरानी गाड़ियों में विस्फोटक भरकर धमाके करने की योजना बना रहा था, ताकि सुरक्षा एजेंसियों की नजर से बचा जा सके। इसी पैटर्न पर दिल्ली में हुआ लाल किला ब्लास्ट भी किया गया था।
घटना 10 नवंबर की है, जब लाल किला के पास चलती कार में अचानक तेज धमाका हुआ। धमाका इतना भीषण था कि आसपास खड़ी करीब 30 गाड़ियां जलकर खाक हो गईं। अब तक की जांच में यह पुष्टि हुई है कि कार में आईईडी या किसी उच्च क्षमता वाले विस्फोटक का इस्तेमाल हुआ था। शुरुआती जांच में इसे सामान्य दुर्घटना माना गया था, लेकिन घटनास्थल से मिले मलबे और विस्फोटक अवशेषों ने इसे एक आतंकी घटना की शक्ल दे दी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए गृह मंत्रालय ने जांच की जिम्मेदारी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी है। एनआईए के साथ-साथ दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा और इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) भी इस केस में सक्रिय हैं। सूत्रों के मुताबिक, अब तक कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें फरीदाबाद के कुछ डॉक्टर भी शामिल हैं। इनमें से एक आरोपी उमर, जो उस कार को चला रहा था, खुद डॉक्टर बताया जा रहा है।
पूछताछ में खुलासा हुआ है कि संदिग्धों के पास से पाकिस्तान के फोन नंबरों से हुई वॉट्सएप चैट और कॉल डिटेल्स मिली हैं। माना जा रहा है कि दिल्ली ब्लास्ट की योजना पाकिस्तान में बैठे आतंकी अम्मार अल्वी ने रची थी और भारत में उसके नेटवर्क के जरिए इसे अंजाम दिया गया। इस पूरे मामले ने देश की सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। अब दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सीमावर्ती इलाकों में विशेष निगरानी रखी जा रही है ताकि किसी और हमले की साजिश को नाकाम किया जा सके।
इस बीच, कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने इस घटना को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि “लाल किले के पास हुआ ब्लास्ट बेहद गंभीर और चिंताजनक है। अगर पाकिस्तान इसके पीछे है, तो सरकार को तत्काल ठोस कार्रवाई करनी चाहिए। देश के लोग सरकार के साथ हैं, लेकिन सिर्फ बैठकों से बात नहीं बनेगी।” फिलहाल एनआईए की टीमें अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रही हैं। जांच एजेंसियों का मानना है कि इस ब्लास्ट के जरिए दिल्ली को एक बड़े आतंकी हमले का संदेश दिया गया है। अब नजरें इस बात पर हैं कि डॉ. मुजम्मिल और अम्मार अल्वी के नेटवर्क से जुड़े और कौन लोग भारत में सक्रिय हैं, ताकि इस आतंकी साजिश की जड़ तक पहुंचा जा सके।