आज सुबह के शुरुआती कारोबार में शेयर बाजार में अच्छी बढ़त देखने को मिली, लेकिन बाद में उस पर दबाव हावी हो गया। इस दबाव के बावजूद, बाजार ने लाल निशान पर बंद होने से बचते हुए सकारात्मक स्तर पर अपना समापन किया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 70.02 अंक चढ़कर 80,288.38 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 7.45 अंकों की मामूली बढ़त के साथ 24,335.95 के स्तर पर पहुंच गया। यह लगातार दूसरा सत्र था जब बाजार ग्रीन लाइन पर बंद हुआ, हालांकि यह बढ़त सोमवार के मुकाबले अपेक्षाकृत कम रही।
बाजार में सकारात्मक और नकारात्मक दबाव
आज के सत्र में बाजार ने शुरुआत में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन कुछ कारणों से उस पर दबाव बढ़ गया। निफ्टी ऑटो, बैंक, मेटल और फार्मा इंडेक्स में गिरावट देखने को मिली, जबकि आईटी इंडेक्स एक प्रतिशत से अधिक की बढ़त हासिल करने में कामयाब रहा। इस दौरान, निफ्टी मिड और लार्ज कैप में मामूली बढ़त दर्ज की गई। हालांकि, अधिकांश प्रमुख इंडेक्स लाल निशान में चले गए थे, और इस दबाव को देखकर बाजार में नरमी आई।
बाजार की गिरावट के प्रमुख कारणों में से एक पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का बयान था। उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की तैयारियों को देखकर ऐसा लगता है कि कोई बड़ा हमला कभी भी हो सकता है। इसके मद्देनजर, पाकिस्तान ने अपनी सीमा पर सेना की तैनाती बढ़ा दी है। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव ने निवेशकों को सतर्क कर दिया, जिससे बाजार में खासी गिरावट आई।
रिलायंस और टेक महिंद्रा में जोरदार बढ़त
इसके बावजूद, रिलायंस इंडस्ट्रीज आज भी टॉप गेनर रहा। इसके अलावा, टेक महिंद्रा के शेयरों में भी मजबूती देखी गई। हालांकि, कुछ बड़े शेयरों में गिरावट आई, जिनमें मारुति सुजुकी, एशियन पेंट्स, HDFC बैंक और टाटा स्टील शामिल थे। इन कंपनियों के शेयरों में दबाव ने बाजार के सकारात्मक रुख को थोड़ी देर के लिए कमजोर कर दिया।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने आज एक बार फिर बाजार को अपने साथ खींचने में अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा, आईटी सेक्टर में एक प्रतिशत से अधिक की बढ़त ने भी बाजार को कुछ राहत दी। निवेशकों का ध्यान अब उन कंपनियों पर केंद्रित हो गया है जो बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं, जैसे रिलायंस और टेक महिंद्रा।
सीमा पर तनाव और बाजार की प्रतिक्रिया
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि बाजार ने सीमा पर तनाव से तो बाहर निकलने की कोशिश की है, लेकिन बीच-बीच में आने वाले बयान और घटनाएँ बाजार को प्रभावित करती रहेंगी। निवेशकों को यह विश्वास है कि युद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न नहीं होगी, लेकिन इस तरह के बयानों के कारण उनकी रणनीति में बदलाव आता है। सोमवार को निवेशकों ने वेट एंड वॉच की रणनीति छोड़ दी थी और जमकर खरीदी की थी, जिसकी वजह से बाजार में तेजी आई थी। हालांकि, आज निवेशकों ने थोड़ा सतर्क रुख अपनाया, जिससे बाजार में हल्की गिरावट देखी गई।
विदेशी निवेशकों की वापसी
एक अच्छी खबर यह है कि विदेशी निवेशकों की वापसी हो रही है, जिससे बाजार को दीर्घकालिक लाभ मिल सकता है। विदेशी निवेशकों ने भारत के बाजार में फिर से विश्वास जताया है, और यह भारतीय शेयर बाजार के लिए सकारात्मक संकेत है। अगर भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव में कमी आती है और स्थिति सामान्य होती है, तो यह भारतीय शेयर बाजार के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। बाजार को विदेशी निवेशकों की वापसी की उम्मीद है, और अगर ये निवेशक बाजार में अपनी भागीदारी बढ़ाते हैं, तो शेयर बाजार अपनी पूरी गति से दौड़ सकता है।
निष्कर्ष
आज के सत्र में शेयर बाजार ने निश्चित रूप से कुछ सकारात्मक संकेत दिए, लेकिन सीमा पर बढ़ते तनाव ने बाजार पर दबाव भी डाला। हालांकि, रिलायंस और आईटी सेक्टर के मजबूत प्रदर्शन ने बाजार को कुछ मजबूती प्रदान की। आगे बढ़ते हुए, अगर भारत-पाकिस्तान के बीच स्थिति सामान्य होती है, तो भारतीय शेयर बाजार के लिए नई ऊँचाइयाँ छूना संभव हो सकता है। विदेशी निवेशकों की वापसी और अन्य सकारात्मक संकेत बाजार के लिए आशा की किरण हैं, जो आने वाले समय में बाजार को मजबूती दे सकते हैं।